Covid-19 prevention tips: गंदा मास्क पहनने से हो सकती है 'गले में खराश' की समस्या, इससे बचने के लिए करें 6 काम
By उस्मान | Published: September 28, 2020 11:36 AM2020-09-28T11:36:00+5:302020-09-28T11:36:00+5:30
Coronavirus tips: कोरोना से बचाव करने वाला मास्क भी आपकी हालत कर सकता है खराब
कोरोना वायरस संक्रमण के जोखिम को रोकने के लिए मास्क पहनना सबसे बेहतर उपाय है। यह हवा में फैले वायरस को श्वसन पथ में प्रवेश करने से रोकता है। कई अध्ययनों ने सुझाव दिया है कि मास्क पहनकर कोरोना के जोखिम को 50 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है। यही वजह है कि लोगों को घर से बाहर निकलने से पहले मास्क पहनने की हिदायत दी गई है जाती है।
हालांकि, अब बहुत से लोग लंबे समय तक मास्क पहनने से होने वाली कई समस्याओं का सामना कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि लंबे समय तक मास्क पहनने से 'गले में खराश' की समस्या हो सकती है, जोकि क्रोना वायरस का एक आम लक्षण है।
मास्क पहनाने से गले में खराश का खतरा कैसे
देखा गया है कि अधिकतर लोग लंबे समय तक एक ही मास्क पहनकर रखते हैं। यहां तक कि कई-कई दिनों तक एक मास्क लगाकर रखते हैं। ऐसा करने से उसमें धूल-मिटटी भरने का खतरा रहता है। ऐसे में उसकी सफाई नहीं करने से उसमें बैक्टीरिया जमा हो सकते हैं।
मास्क पर जमा होने वाले बैक्टीरिया, वायरस, धूल और एलर्जी से गले में खराश हो सकती है। जब आप लंबे समय तक धोने के बिना उनका उपयोग करते हैं तो ये कण मास्क पर चिपक जाते हैं। छोटे कण गले में जाते हैं, जिससे जलन और खराश होती है।
इसके अलावा, जब लोग मास्क पहनते हैं, तो उन्हें स्पष्ट रूप से सुनने के लिए दूसरों के लिए जोर से बोलना पड़ता है। यह गले में अनावश्यक तनाव भी डाल सकता है, जिससे जलन हो सकती है।
इससे बचाव के लिए क्या करना चाहिए
अपने हाथों को धोना जितना जरूरी है, उतना ही मास्क धोना भी। हर उपयोग के बाद, अपने मास्क को गर्म पानी और साबुन से धोएं। पहनने से पहले, इसे सीधे धूप में सूखने दें। इसलिए दो मास्क रखने की सलाह दी जाती है ताकि आप उन्हें वैकल्पिक रूप से इस्तेमाल कर सकें। अपने मास्क को बार-बार छूने से बचें और इसे पहनने से पहले और बाद में अपने हाथों को अच्छी तरह से धो लें।
भारत में कोविड-19 के मामले 60 लाख के पार
भारत में कोविड-19 के 82,170 नए मामले सामने आने से सोमवार को संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 60 लाख को पार कर गये, जबकि 74,893 लोगों के संक्रमणमुक्त होने के साथ देश में ठीक हो चुके लोगों की संख्या बढ़कर 50.17 लाख हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी।
मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, देश में संक्रमण से 1,039 लोगों की मौत होने से मृतकों की कुल संख्या 95,542 हो गई। देश में कोरोना वायरस बीमारी (कोविड-19) के 9,62,640 मरीजों का इलाज चल रहा है, जो कुल मामलों का 15.85 प्रतिशत है।
देश में कोरोना वायरस के कुल मामले 60,74,702 तक पहुंच चुके हैं, जबकि 50,16,520 लोग अब तक इस बीमारी से उबर चुके हैं, जिससे देश में मरीजों के ठीक होने की दर 82.58 प्रतिशत तक पहुंच गई तथा मृत्यु दर घटकर 1.57 प्रतिशत रह गई है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के अनुसार, देश में अब तक 7.20 करोड़ नमूनों की जांच हो चुकी है। रविवार को 7.09 लाख नमूनों की जांच हुई थी।
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)