COVID-19: विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने दुनिया भर के देशों को चेतावनी जारी किया है।ओमीक्रोन वेरियंट के मामले घट रहे हैं, लेकिन इसके सब-स्ट्रेन BA.2 से सावधान रहने की जरूरत है। कई देश संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लगाए गए कड़े प्रतिबंधों को हटा रहे हैं। BA.1 के अपेक्षा BA.2 के मामले ज्यादा वृद्धि हो रही है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के एक अधिकारी मारिया वेन केरखोव ने ओमीक्रोन सब-स्ट्रेन से संबंधित एक नई चिंता जताई है। वायरस विकसित हो रहा है और ओमीक्रोन में कई उप-वंश हैं, जिन्हें हम ट्रैक कर रहे हैं। BA.1, BA.1.1, BA.2 और BA.3 हैं।
WHO के अनुसार, BA.2 अब दुनिया भर में दर्ज किए गए पांच नए ओमीक्रोन मामलों में से एक के लिए जिम्मेदार है। वीडियो को WHO ने ट्विटर पर पोस्ट किया है। वीडियो के साथ किए गए ट्वीट में, डब्ल्यूएचओ ने कहा कि पिछले सप्ताह कोविड -19 से लगभग 75,000 लोगों की मौत हुई थी।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचो) ने कहा कि 10 सप्ताह पहले कोरोना वायरस का ओमीक्रोन स्वरूप सामने आने के बाद से अब तक संक्रमण के नौ करोड़ से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं, जो कि वर्ष 2020 में सामने आए कुल मामलों से ज्यादा है। डब्ल्यूएचओ अधिकारी ने कहा कि ओमीक्रोन हल्का नहीं है लेकिन डेल्टा से कम गंभीर है।
"हम अभी भी ओमाइक्रोन के अस्पतालों की महत्वपूर्ण संख्या देख रहे हैं। हम बड़ी संख्या में मौतें देख रहे हैं। यह सामान्य सर्दी नहीं है, यह इन्फ्लूएंजा नहीं है। हमें अभी वास्तव में सावधान रहना होगा, ”केरखोव ने कहा। साथ में एक ट्वीट में, डब्ल्यूएचओ ने कहा कि पिछले सप्ताह कोविड -19 से लगभग 75,000 लोगों की मौत हुई थी।
गौरतलब है कि वर्ष 2020 में कोविड-19 महामारी की शुरुआत हुई थी। आगाह किया कि हालांकि ओमीक्रोन, वायरस के अन्य स्वरूपों जितना घातक नहीं है फिर भी इससे बचकर रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि दुनियाभर के ज्यादातर क्षेत्रों से मौतों की संख्या में वृद्धि की बेहद डराने वाली खबरें आ रही हैं। ‘टाटा मेडिकल एंड डायग्नोस्टिक्स’ ने मंगलवार को कहा कि कोरोना वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप के नए ‘बीए.2 लिनिएज’ का पता लगाने के लिए उसके ‘ओमीश्योर आरटी-पीसीआर’ जांच को उन्नत किया गया है।
कंपनी ने एक बयान में कहा कि भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) तथा मुंबई स्थित कस्तूरबा संक्रामक रोग अस्पताल की वायरस अनुसंधान प्रयोगशाला द्वारा किए गए अध्ययन में ओमीश्योर ने ओमीक्रोन के बीए.1, बीए.1.1 और बीए.2 लिनिएज का सफलतापूर्वक पता लगाया। कंपनी ने कहा कि इसके साथ ही ओमीश्योर आरटी-पीसीआर जांच किट वर्तमान में भारत में मौजूद ओमीक्रोन के सभी ‘सब-लिनिएज’ का पता लगाने में सक्षम है।