COVID-19 vaccine trial: फर्स्ट स्टेज में सफल रही अमेरिका की वैक्सीन, मरीजों में बढ़ी वायरस से लड़ने की ताकत, भारत में भी शुरू होगा ह्यूमन ट्रायल

By उस्मान | Updated: July 15, 2020 12:02 IST2020-07-15T11:49:27+5:302020-07-15T12:02:23+5:30

बताया जा रहा है कि ट्रायल के दौरान वालंटियर्स में कोई खास दुष्प्रभाव सामने नहीं आया है

Coronavirus vaccine human trail: Moderna Inc’s experimental vaccine for Covid-19 showed it was safe and provoked immune responses | COVID-19 vaccine trial: फर्स्ट स्टेज में सफल रही अमेरिका की वैक्सीन, मरीजों में बढ़ी वायरस से लड़ने की ताकत, भारत में भी शुरू होगा ह्यूमन ट्रायल

कोरोना वायरस वैक्सीन

Highlightsट्रायल के दौरान सभी 45 वालंटियर्स में इसके पॉजिटिव रिजल्ट देखे गएअमेरिकी शोधकर्ताओं ने सूचना दी है कि यह वैक्सीन सेफ है

कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में अमेरिका को एक बड़ी सफलता मिली है। दवा कंपनी मॉडर्ना इंक (Moderna Inc’s) ने कोविड-19 की वैक्सीन का ह्यूमन ट्रायल किया है। ट्रायल के दौरान सभी 45 वालंटियर्स में इसके पॉजिटिव रिजल्ट देखे गए हैं। 

अमेरिकी शोधकर्ताओं ने सूचना दी है कि यह वैक्सीन सेफ है। वैक्सीन ने वालंटियर्स में इम्यून रेस्पोंस के साथ प्रत्‍येक व्‍यक्ति के अंदर कोरोना से जंग के लिए एंटीबॉडी विकसित की है। 

टीम ने न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन में बताया है कि इस वैक्सीन का कोई कोई खास दुष्प्रभाव नहीं रहा जिसकी वजह से वैक्‍सीन के ट्रायल को रोक दिया जाए। 

इस परीक्षण में 45 ऐसे लोगों को शामिल किया गया था जो स्‍वस्‍थ थे और उनकी उम्र 18 से 55 साल के बीच थी। टीम को वैक्सीन की दो खुराकें मिलीं, जिनमें उच्च स्तर के वायरस-मारने वाले एंटीबॉडी थे जो कोविड-19 से बरामद किए गए लोगों में देखे गए औसत स्तर से अधिक थे।

 Moderna's Covid Vaccine Candidate Elicits 'Robust' Antibody Response In All Participants In First Trial

वालंटियर्स को महसूस हुए हल्के लक्षण

ट्रायल के दौरान वैक्‍सीन के तीन डोज देने के बाद आधे लोगों को हल्‍की थकान, शरीर में दर्द और सिर दर्द हुआ। करीब 40 प्रतिशत लोगों ने वैक्‍सीन देने के बाद हल्‍का बुखार महसूस किया।

भारत में तीन दवाओं पर हो रहा है काम

कोरोना वायरस का कहर बढ़ता ही जा रहा है। दुनियाभर के वैज्ञानिक कोरोना वायरस के इलाज के लिए सुरक्षित और सस्ती वैक्सीन बनाने में जुटे हैं। लेकिन सवाल अब भी यह है कि कोरोना वायरस की दवा कब तक तैयार हो जाएगी?

भारत बायोटेक (Bharat Biotech)

हैदराबाद स्थित बायोटेक कंपनी ने अपने टीके 'कोवैक्सीन' (Covaxin) का मानव परीक्षण शुरू किया है, जो भारत का पहला स्वदेशी कोविड-19 टीका है। यह कंपनी 200 मिलियन टीके बनाने पर काम कर ही है रहा है। भारत बायोटेक इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के साथ मिलकर वैक्सीन विकसित कर रहा है।

India

प्रेमास बायोटेक (Premas Biotech)

गुरुग्राम स्थित बायोटेक कंपनी ने ट्रिपल एंटीजन वायरस-लाइक पार्टिकल (वीएलपी) वैक्सीन (triple antigen virus-like particle (VLP) विकसित की है और कंपनी पशु परीक्षण कर रही है। चूहों में परीक्षण करने के बाद सुरक्षा का मूल्यांकन और खुराक अनुमापन का काम किया जाएगा। वर्तमान में, प्रेमास एकमात्र भारतीय कंपनी है जिसने ट्रिपल एंटीजन कॉविड वैक्सीन के उम्मीदवार का पता लगाया है।

Premas Biotech announces development of vaccine against COVID-19 - Express Pharma

ज़ाइडस कैडिला (Zydus Cadila)

फार्मास्युटिकल कंपनी को DCGI से कोरोना वायरस वैक्सीन के लिए मानव परीक्षण करने की मंजूरी मिली है। इसे ZyCoV-D नाम दिया गया है। इस दवा का ट्रायल इस महीने में कई शहरों के 1,000 वालंटियर्स पर होगा। कंपनी का कहना है कि हम अनुकूली नैदानिक परीक्षण प्रोटोकॉल का पालन कर रहे हैं (चरण I के बाद चरण II जिसके बीच में अधिक अंतराल के बिना)। हमें चरण पूरा करने में लगभग तीन महीने लगेंगे। दूसरे चरण के क्लिनिकल परीक्षण के बाद हम विचार के लिए DCGI से संपर्क करेंगे। 

English summary :
American researchers have reported that COVID-19 vaccine trail is safe. The vaccine has developed antibodies for corrosion from the corona inside each individual with immune responses in volunteers.


Web Title: Coronavirus vaccine human trail: Moderna Inc’s experimental vaccine for Covid-19 showed it was safe and provoked immune responses

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