देश में कोरोना के मामले 70 लाख के करीब, एक्सपर्ट्स का दावा, दीपावली पर हो सकता है 'कोरोना ब्लास्ट', ऐसे बचें
By उस्मान | Updated: October 10, 2020 11:38 IST2020-10-10T11:38:29+5:302020-10-10T11:38:29+5:30
कोरोना से बचने के उपाय : एक्सपर्ट्स का मानना है कि दिवाली के दौरान कोरोना के मामले और ज्यादा तेजी से बढ़ सकते हैं इसलिए सतर्क रहे

कोरोना वायरस
भारत में एक दिन में कोविड-19 के 73,272 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमण के मामलों की कुल संख्या बढ़कर 69,79,423 हो गई, जिनमें से 59,88,822 लोग संक्रमणमुक्त हो गए हैं और संक्रमण के बाद स्वस्थ हुए लोगों की दर बढ़कर 85.81 प्रतिशत हो गई है।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में पिछले 24 घंटे में 926 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 1,07,416 हो गई है। देश में लगातार दूसरे दिन कोरोना वायरस से संक्रमित उपचाराधीन मरीजों की संख्या नौ लाख से कम रही।
कोविड-19 से मृत्यु दर 1.54 प्रतिशत
आंकड़ों के अनुसार देश में 8,83,185 लोग उपचाराधीन हैं, जो कुल मामलों का 12.65 प्रतिशत है। देश में कोविड-19 से मृत्यु दर 1.54 प्रतिशत है। भारत में कोविड-19 के मामले सात अगस्त को 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख, पांच सितम्बर को 40 लाख, 16 सितम्बर को 50 लाख और 28 सितम्बर को 60 लाख के पार चले गए थे।
अब तक 8,57,98,698 नमूनों की जांच
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार, देश में नौ अक्टूबर तक कोविड-19 के 8,57,98,698 नमूनों की जांच की गई है, जिनमें से 11,64,018 नमूनों की जांच शुक्रवार को की गई।
महाराष्ट्र में कोरोना के मामले 15 लाख के पार
देश में सबसे ज्यादा कोरोना से प्रभावित राज्य महाराष्ट्र में शुक्रवार देर शाम तक कोविड-19 के 12,134 नये मामले सामने आए। इसी के साथ राज्य में संक्रमितों की संख्या 15 लाख से अधिक हो गई। संक्रमितों की संख्या अब बढ़कर 15,06,018 हो गई है। साथ ही राज्य में शुक्रवार को 302 मौतें हुईं जिससे मृतक संख्या बढ़कर 39,732 हो गई। राज्य में ठीक हुए मरीजों की संख्या बढ़कर 12,29,339 हो गई है जबकि 2,36,491 लोगों का उपचार जारी है।
दीपावली पर तेजी से बढ़ सकती है संक्रमितों की संख्या
इस बीच एक चिकित्सा विशेषज्ञ ने चेताया कि दीपावली के दौरान इस महामारी के मामलों की संख्या फिर से बढ़ सकती है। महाराष्ट्र में कोविड-19 पर राज्य की तकनीकी समिति के सदस्य डा. सुभाष सालुंखे ने कहा, 'मुझ सहित कई स्वास्थ्य अधिकारियों की राय है कि हमें दीपावली के त्योहार तक कोई राहत की उम्मीद नहीं करनी चाहिए। क्योंकि लोग इस अवधि के दौरान अधिक बाहर जाते हैं, जिससे संक्रमण फैलने की आशंका बढ़ जाती है।'
दिवाली तक खत्म नहीं होगी पहली लहर
उन्होंने कहा, 'पिछले कुछ दिनों में दैनिक मामलों में मामूली गिरावट को स्थिर स्थिति की तरह नहीं समझा जाना चाहिए। एक दूसरी लहर के बारे में भूल जाओ, पहली लहर दिवाली तक खत्म नहीं होगी।'
कैसे रोका जा सकता है कोरोना का संक्रमण
सालुंखे ने कहा, 'हम लोगों को अब घरों पर रहने के लिए नहीं कह सकते। कई नौकरियां दांव पर हैं और अर्थव्यवस्था को भी आगे बढ़ने की जरूरत है।' उन्होंने कहा, 'अगर हम जांच बढ़ाते है तो इससे संक्रमण को फैलने से रोकने में मदद मिलेगी।'
स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'कुछ तकनीकी चुनौतियां हैं जो दैनिक जांच के आंकड़ों को नीचे ले आई हैं। हम राज्य सितंबर में लगभग 80,000 से 90,000 परीक्षण कर रहे थे लेकिन अब यह लगभग 70,000 है।' उन्होंने कहा कि राज्य में जांच बढ़ाकर कोरोना को रोकने में काफी हद तक मदद मिल सकती है।
(संचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)

