Coronavirus: एम्स में शुरू हुआ कोविड-19 हेल्पलाइन नंबर, OPD बुकिंग सहित मिलेंगी तीन जरूरी सेवाएं
By उस्मान | Published: June 15, 2020 12:41 PM2020-06-15T12:41:21+5:302020-06-15T12:41:21+5:30
कोरोना वायरस के इलाज के मद्देनजर ने एम्स ने हेल्पलाइन नंबर शुरू किया है, आप फोन पर भी परामर्श पा सकते हैं
कोरोना वायरस के इलाज और जानकारी के लिए एम्स ने अपना एक कॉन्टेक्ट-एम्स हेल्पलाइन नंबर- 9115444155 जारी किया है, जो ओपीडी की बुकिंग सहित विभिन्न सेवाओं की सुविधा प्रदान करेगा।
यह 3 विकल्पों का संकेत देता है जिसमें बुक ओपीडी अपॉइंटमेंट, वालंटियर व डॉक्टरों से मदद लेना और सीनियर कंसल्टेंट्स से बात करना शामिल हैं. इन डॉक्टरों में डॉक्टर विजय हड्डा, डॉक्टर अनिमेष रे और डॉक्टर बिकास रंजन रे शामिल हैं।
एम्स ने कोरोना वायरस के कारण लगे लॉकडाउन के दौरान अपने मरीजों को 55 हजार परामर्श फोन पर दिये ताकि उन्हें अस्पताल नहीं आना पड़े, वहीं संस्थान में 25 मार्च से 31 मई के बीच कोविड-19 के अलावा अन्य रोगों के 10,609 मरीजों को भी भर्ती किया गया।
ये काम का नंबर है अपने मोबाइल में save कर लीजिए। वक्त पर काम आएगा।#COVID__19https://t.co/Je2gs7raWJ
— Nitendra Singh नितेन्द्र सिंह (@Nitendradd) June 15, 2020
एम्स की मुख्य प्रवक्ता डॉ आरती विज ने कहा कि जहां तक कोविड-19 के इलाज की बात है तो उसके जय प्रकाश नारायण एपेक्स ट्रॉमा सेंटर और झज्जर स्थित राष्ट्रीय कैंसर संस्थान (एनसीआई) में 2,301 रोगियों को भर्ती किया गया।
उन्होंने कहा कि एम्स में रोजना औसतन करीब 800 कोरोना वायरस संक्रमित रोगी आए। एम्स ने दो महीने से अपनी ओपीडी सेवाएं बंद कर रखी हैं और ऐसी सभी सर्जरी पर भी रोक लगा रखी है जो बाद में की जा सकती हैं। ऐसा इसलिए किया गया ताकि उसके संसाधनों को महामारी रोकने में लगाया जा सके।
डॉ विज ने बताया कि 25 मार्च से 31 मई के बीच अस्पताल के आपतकालीन विभाग में 12,746 रोगियों को देखा गया और बड़ी, छोटी तथा विशेष सर्जरी मिलाकर 4,083 सर्जरी की गयीं। उन्होंने कहा कि इस अवधि में करीब 1,800 रोगियों को डायलिसिस दी गयी जिनमें कोविड-19 और गैर-कोविड दोनों तरह के मरीज शामिल हैं।
दिल्ली में छह दिन के भीतर कोविड-19 के 10,000 से अधिक मामले
दिल्ली में छह दिन के भीतर कोरोना वायरस के दस हजार से अधिक नए मामले सामने आए और कुल संक्रमित लोगों की संख्या 40,000 के पार पहुंच गई। इस लिहाज से यहां प्रतिदिन औसतन 1,600 से अधिक नए मामले सामने आए। दिल्ली सरकार के आंकड़ों के विश्लेषण में यह तथ्य सामने आया। संक्रमण के मामले 20,000 से 30,000 तक पहुंचने में आठ दिन लगे जबकि 10,000 से 20,000 तक पहुंचने में 13 दिन लगे थे।
नौ जून को संक्रमण के मामले 30,000 के पार पहुंच गए थे और 14 जून को कुल मामले 40,000 से अधिक हो गए। रविवार को दिल्ली में 2,224 नए मामले सामने आए जो एक दिन में यहां आए सर्वाधिक नए मामले हैं। इनके साथ रविवार को संक्रमण के कुल 41,000 मामले हो गए तथा मृतक संख्या 1,327 पर पहुंच गई। दिल्ली सरकार ने कहा है कि जुलाई माह के अंत तक दिल्ली में संक्रमण के 5.5 लाख मामले हो सकते हैं।
दिल्ली में कोविड-19 जांच दोगुनी की जाएगी
दिल्ली में कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ते मामलों के बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को दो दिनों में राजधानी में जांच दो गुना बढ़ाने और निजी अस्पतालों में 60 प्रतिशत बिस्तर कम दर पर तथा कोरोना वायरस के इलाज का शुल्क तय करने समेत कई उपायों की घोषणा की।
यह फैसले शाह द्वारा पहले उप-राज्यपाल अनिल बैजल और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन के साथ और फिर बाद में दिल्ली के तीनों नगर निगमों के महापौर और निगम अधिकारियों के साथ कोरोना वायरस की स्थिति पर बैठक में लिये गए।
बैठक के बाद शाह ने राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा के लिए सोमवार को दिल्ली के सभी राजनीतिक दलों की बैठक बुलाई है। इस बैठक के लिए भाजपा, कांग्रेस, आप और बसपा को आमंत्रित किया गया है। गृह मंत्री ने कहा कि कुछ दिनों में दिल्ली के निरुद्ध क्षेत्रों में हर मतदान केंद्र पर कोविड-19 की जांच शुरू की जाएगी और संक्रमितों के संपर्क में आए लोगों का पता लगाने के लिए अधिक प्रभावित क्षेत्रों यानी हॉटस्पॉट्स में घर-घर जाकर व्यापक स्वास्थ्य सर्वेक्षण कराया जाएगा।