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COVID effect: वैज्ञानिकों का दावा, स्पर्म डैमेज कर सकता है कोरोना वायरस, फर्टिलिटी बढ़ाने के 5 आसान उपाय

By उस्मान | Updated: February 1, 2021 12:21 IST

वैसे तो पुरुषों में इनफर्टिलिटी के कई कारण हैं लेकिन अब कोरोना भी इसमें शामिल हो गया है

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ठळक मुद्देपुरुष प्रजनन क्षमता को प्रभावित कर रहा है कोरोनाकुछ आसान उपायों के जरिये समस्या से बचना आसानडाइट एंड लाइफस्टाइल का रखें ध्यान

इनफर्टिलिटी से कम से कम 7 प्रतिशत पुरुष पीड़ित हैं और इनफर्टिलिटी के कुल मामलों में मेल इनफर्टिलिटी के 40-50 प्रतिशत मामले हैं। इसका मतलब यह है कि इतने प्रतिशत लोग बच्चा पैदा नहीं कर पाने की समस्या से जूझ रहे हैं। हालांकि कई कारक हैं जो प्रजनन प्रणाली के कामकाज को प्रभावित कर सकते हैं। अब इन कारणों में कोरोना वायरस भी जुड़ गया है। 

मेल इनफर्टिलिटी के कारण

पुरुषों में प्रजनन क्षमता को प्रभावित करने वाले कुछ सामान्य कारकों में स्तंभन दोष, टेस्टोस्टेरोन का लेवल, स्पर्म मोटीलिटी, स्पर्म काउंट और लिबिडो जैसे कारक शामिल हैं। एक नए अध्ययन में पाया गया है कि कोरोना वायरस स्पर्म काउंट को प्रभावित कर सकता है और पुरुषों में इनफर्टिलिटी को जन्म दे सकता है।

टीओआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, जर्नल रिप्रोडक्शन में प्रकाशित शोध में पाया गया कि कोरोना वायरस से स्पर्म सेल डेथ, इन्फ्लेमेशन और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस बढ़ सकता है।

विशेषज्ञों के अनुसार, इन प्रभावों में समय के साथ सुधार होता है, लेकिन ये कोरोना रोगियों में असामान्य रूप से अधिक रहते हैं। यह भी कहा जाता है कि रोग की गंभीरता शुक्राणु स्वास्थ्य को बदलने में महत्वपूर्ण योगदान कारक है।

कुछ पुराने अध्ययनों से पता चला है कि कोरोना संक्रमण पुरुष प्रजनन अंगों को संक्रमित कर सकता है, शुक्राणु कोशिका के विकास को बाधित कर सकता है और प्रजनन हार्मोन को बाधित कर सकता है। यह पाया गया कि फेफड़े के ऊतकों तक पहुंचने के लिए वायरस द्वारा उपयोग किए जाने वाले समान रिसेप्टर्स  अंडकोष में पाए गए थे।

अध्ययन के लिए, 105 स्वस्थ पुरुषों के डेटा की तुलना में 10 दिनों के अंतराल में कोरोना से पीड़ित 84 पुरुषों के डेटा की तुलना की गई। कोरोना के मरीजों में शुक्राणु कोशिकाओं ने इन्फ्लेमेशन और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को बढ़ाने का काम किया। यह एक रासायनिक असंतुलन है जो शरीर में डीएनए और प्रोटीन को नुकसान पहुंचा सकता है।

स्पर्म काउंट बढ़ाने के उपाय

संतुलित आहार है जरूरीसंतुलित आहार स्वस्थ और लंबे जीवन की कुंजी है। स्वस्थ आहार स्वस्थ शुक्राणुओं की संख्या को बनाए रखने में मदद कर सकता है। स्पर्म काउंट बढ़ाने के लिए विटामिन सी, डी और जिंक से भरपूर खाद्य पदार्थ लें।

व्यायाम करेंअध्ययनों के अनुसार, शारीरिक रूप से सक्रिय रहने वाले पुरुषों में अन्य लोगों की तुलना में स्पर्म काउंट बढ़ता है और क्वालिटी में भी सुधार होता है। शारीरिक गतिविधियों में शामिल नहीं होने से पुरुषों के प्रजनन क्षमता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। नियमित रूप से व्यायाम करने से पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाने में मदद मिल सकती है।

तनाव से बचेंखराब मानसिक स्वास्थ्य पुरुषों के यौन स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है। लंबे समय तक तनाव की स्थिति में रहने से पुरुषों में प्रजनन क्षमता को नुकसान हो सकता है। इससे टेस्टोस्टेरोन लेवल को नुकसान पहुंच सकता है। ऐसे काम करें जो आपको तनाव मुक्त करने में मदद करते हैं और आपको खुश और तनावमुक्त महसूस करते हैं। 

अश्वगंधाइस जड़ी बूटी को आयुर्वेद का खजाना माना जाता है। अध्ययनों में पाया गया है कि  अश्वगंधा पुरुषों में शुक्राणुओं की संख्या और टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाने में मदद कर सकता है, जिससे प्रजनन क्षमता में वृद्धि होती है।

जीवन शैली में सुधार करेंखराब नींद, शराब और धूम्रपान का सेवन टेस्टोस्टेरोन के स्तर को नुकसान पहुंचा सकता है। पर्याप्त नींद लें और अपनी प्रजनन क्षमता को बढ़ाने के लिए धूम्रपान और शराब का सेवन न करें।

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