Coronavirus Sero-survey : पुणे में 51.5 प्रतिशत नमूनों में कोविड-19 से लड़ने के लिए एंटीबॉडी मौजूद
By उस्मान | Published: August 18, 2020 04:00 PM2020-08-18T16:00:40+5:302020-08-18T16:03:20+5:30
दिल्ली और मुंबई के बाद पुणे में हुए सीरो-सर्वे में 52.8% पुरुषों और 50.1% महिलाओं में मिले एंटीबॉडी
कोरोना वायरस से लड़ने के उद्देश्य से देश के कई शहरों में सीरो सर्वेक्षण किये जाने के बाद महाराष्ट्र के पुणे शहर में भी पहली बार यह सर्वेक्षण किया गया है। शहर में कोविड-19 से सबसे अधिक प्रभावित पांच वार्डों के 1,644 लोगों पर किए गए सीरो सर्वेक्षण के मुताबिक 51.5 प्रतिशित नमूनों में सार्स-कोव-2 के संक्रमण से लड़ने में सक्षम एंटीबॉडी मिले हैं।
उल्लेखनीय है कि सीरोलॉजिकल सर्वेक्षण (रक्त नमूने की जांच) शरीर में खास तरीके की एंटीबॉडी का पता लगाने के लिए किया जाता है और इसका इस्तेमाल आबादी में संक्रमण् के प्रसार का आकलन करने के लिए किया जाता है। पुणे में किए गए सीरो सर्वेक्षण के आंकड़े सोमवार को जारी किए गए।
सर्वेक्षण में शामिल हुए 1664 लोग
सर्वेक्षण में कुल 3.66 लाख आबादी वाले पांच वार्ड के 1664 लोगों (सभी की उम्र 18 साल से अधिक) को चुना गया। सर्वेक्षण का कार्य भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (आईआईएसईआर) ने पुणे नगर निगम, सावित्री बाई फुलु पुणे विश्वविद्यालय, फरीदाबाद स्थित ट्रांसलेशन स्वास्थ्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान, वेल्लोर स्थित क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज के साथ मिलकर कर किया।
52.8% पुरुषों और 50.1% महिलाओं में मिले एंटीबॉडी
पुणे के संभागीय आयुक्त सौरभ राव ने कहा कि यह सर्वेक्षण व्यापक नहीं है और दो और सर्वेक्षण अधिक नमूनों के साथ किया जाएगा। आईआईएसईआर में एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. अरुणब घोष ने कहा कि 52.8 प्रतिशत पुरुषों और 50.1 प्रतिशत महिलाओं के रक्त में कोविड-19 के वायरस से लड़ने वाले एंटीबॉडी मिले।
झोपड़ियों में रहने वाले ज्यादा पॉजिटिव मिले
उन्होंने बताया कि सर्वेक्षण के नतीजों के मुताबिक अपार्टमेंट और बंगलों में रहने वालों के मुकाबले झोपड़ियों और किराए के मकानों में रहने वाल लोग अधिक सीरो पॉजिटिव मिले। उन्होंने बताया कि सर्वेक्षण में जिन 1,664 लोगों के रक्त के नमूने लिए गए वे या तो बिना लक्षण वाले थे या लक्षण थे लेकिन उनकी कोविड-19 जांच नहीं की गई थी।
ये सभी लोग यरवदा, सबा पेठ, रास्ता पेठ, लोहिया नगर (केसेवाडी) और नवीपेठ (पार्वती) के रहने वाले थे जहां पर कोविड-19 के सबसे अधिक मामले आए हैं। सर्वेक्षण में शामिल लोगों के खून के नमूने 20 जुलाई से पांच अगस्त के बीच लिए गए। सर्वेक्षण के मुताबिक साझा शौचालय इस्तेमाल करने वाले 62.3 प्रतिशत लोग सीरो पॉजिटिव आए जबकि स्वतंत्र शौचालय इस्तेमाल करने वाले 45.3 प्रतिशत लोगों में ही कोविड-19 के प्रतिरोधी एंटीबॉडी मिला।
गौरतबल है कि सोमवार को पुणे में कोविड-19 के 1,829 नये मरीज सामने आए जिन्हें मिलकार जिले में कुल संक्रमितों की संख्या 1,27,026 हो गई है। वहीं, 82 और लोगों की मौत के साथ पुणे में कोविड-19 से मरने वालों की संख्या बढ़कर 3,104 हो गई है।
देश में कोविड-19 मामले 27 लाख के पार
देश में कोविड-19 के 55,079 नए मामले सामने आने के बाद, संक्रमण के मामले बढ़कर मंगलवार को 27 लाख के पार चले गए। देश में अब तक 19.77 लाख लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं और मरीजों के ठीक होने की दर अब 73.18 प्रतिशत है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसकी जानकारी दी ।
मंत्रालय द्वारा सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार देश में कोविड-19 के कुल 27,02,742 मामले हैं। वहीं पिछले 24 घंटे में 876 और लोगों की जान जाने के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 51,797 हो गई है। इसके अनुसार देश में मृत्यु दर अब 1.92 प्रतिशत है। आंकड़ों के अनुसार 6,73,166 लोगों का इलाज जारी है, जो कि कुल मामलों का 24.91 प्रतिशत है।
कुल 19,77,779 लोग अभी तक संक्रमण मुक्त हो चुके हैं। भारत में सात अगस्त को कोविड-19 के मामले 20 लाख के पार पहुंचे थे। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार 17 अगस्त तक देश में 3,09,41,264 नमूनों की कोविड-19 की जांच की गई, जिनमें से 8,99,864 नमूनों की जांच सोमवार को ही की गई।