Coronavirus new symptoms: ICMR ने बताए कोरोना के 3 नए लक्षण, दिखते ही तुरंत पहुंचे डॉक्टर के पास
By प्रिया कुमारी | Published: June 16, 2020 11:23 AM2020-06-16T11:23:04+5:302020-06-16T11:34:52+5:30
कोरोना वायरस के लक्षण को लेकर ICMR ने नए कुछ लक्षणों को जोड़ा है। पहले मुख्य तीन चार लक्षण ही कोरोना के लिए माने जाते थे लेकिन नए लिस्ट में दो नए लक्षण जुड़ गए है।
भारत में कोरोना वायरस तेजी से फैल रहा है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक भारत में कोरोना संक्रमण के आंकड़े 3 लाख पार कर चुके हैं। वहीं कोरोना से 9900 लोगों की जान जा चुकी है। दिन पर दिन कोरोना के आंकड़े तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। तो वहीं डॉक्टरों को भी कोरोना से संबंधित ऐसी कई चीजे हैं जो समझ में आने लगी है।
वैसे तो कोरोना के मुख्य लक्षण तेज बुखार,खासी और सांस लेने में तकलीफ को मानी जा रही थी। सरकार द्वारा भी इन्ही तीन लक्षणों को देखते हुए जांच को बढ़ावा दिया जा रहा था। लेकिन हाल में भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना वायरस के लक्षणों की लिस्ट को अपडेट किया है जिसमें कोरोना के लक्षणों को कुछ चीजों को ऐड किया है।
इस लिस्ट में कोरोना के लक्षण में अब मांसपेशियों में दर्द, गले में बलगम बननाग, बंद नाक और गले में खरास और दर्द, डायरिया लक्षण को पहले ही जोड़ दिया गया था लेकिन अब इन लक्षणों में 2 और नए लक्षण शामिल किए गए है जो इनमें सबसे पहले दिख सकते हैं, जैसे स्वाद का पता नहीं चलता और गंध का पता न चलना।
अबतक के शोध और जानकारी के मुताबिक कोरोना के लक्षण वायरस के संपर्क में आने के 2 से 14 दिन के अंदर दिखाई देना शुरू हो जाते हैं। शुरुआत में शरीर दर्द, बुखार और खांसी जैसी तकलीफ शामिल हैं। लेकिन स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि शरीर नें दिखने और महसूस होने वाले इन लक्षणों से भी पहले दो और नए लक्षण महसूस होते हैं जो कोरोन के संक्रमण के लक्षण हो सकते हैं।
ये लक्षण ज्यादातर लोग नजरअंदाज कर देते हैं। इन दो लक्षणों में शख्स को किसी भी चीज को खाने के बाद उसका टेस्ट पता न चलना और अपने आस पास मौजूद चीजों की खूशबू न मिलना। यानि कोरोना वायरस आपके रेस्पिरेटरी सिस्टम पर अटैक करने से पहले आपके स्वाद की ग्रंथियों को नुकसान पहुंच सकता है। हालांकि सभी मरीजों में ये लक्षण दिखे ये भी जरूरी नहीं है।
एक्सपर्ट्स के मुताबिक आमतौर पर कोरोना वायरस का संक्रमण संक्रमित व्यक्ति के बात करने, खांसने और छींकने के दौरान उसके मुंह से निलकने वाले बूंदों से फैल रहा है। यहां तक की संक्रमित व्यक्ति की कुछ बूंदे किसी स्थान और वस्तु पर गिर जाए और कोई दूसरा व्यक्ति इसकी चपेट में आ जाए तो संक्रमण फैल सकता है। लेकिन परेशानी तो ये है कि अगर कोई व्यक्ति किसी संक्रमित व्यक्ति के चपेट में आ जाता है तो लक्षण दिखने से पहले ही वो वायरस फैलना शुरू कर देता है। यही एसिम्पटोमैटिक (जिसके कोई लक्षण नहीं दिखाई देते) और प्री-सिम्पटोमैटिक ( जिनमें शुरू के कुछ दिनों में कोई लक्षण नहीं दिखते ) मरीजों के वजह से वायरस तेजी से फैल रहा है।
कोरोना वायरस से जिन्हे सबसे ज्यादा खतरा
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि 60 साल या उससे अधिक उम्र के लोगों में वायरस फैलने का खतरा और बढ़ जाता है। साथ ऐसे भी लोग जिन्हें पहले से ही गंभीर बीमारियां है। उन्हें भी ज्यादा खतरा होता है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक 15366 लोगों पर की गई एक स्टडी में पाया गया है कि 27 प्रतिशत लोगों को बुखार, 21 प्रतिशत लोगों को खांसी, 10 प्रतिशत लोगों में गले खराश, 8 प्रतिशत लोगों को सांस लेने में तकलीफ, 7 प्रतिशत लोगों को शारीरिक कमजोरी, 3 प्रतिशत लोगों नाक बहने की समस्या और 24 प्रतिशत लोगों को कोई दूसरे लक्षण महसूस हुए।