Corona latest update: देश में कोरोना के 1.10 करोड़ से ज्यादा मामले, जानें फिर क्यों बढ़ने लगे केस, कब शुरू होगा दूसरा टीकाकरण
By उस्मान | Published: February 25, 2021 03:59 PM2021-02-25T15:59:45+5:302021-02-25T15:59:45+5:30
coronavirus latest news update: जानिये महाराष्ट्र में अचानक क्यों बढ़ने लगे कोरोना वायरस के मामले
भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 16,738 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 1,10,46,914 हो गई। पिछले 24 घंटे में 138 और मरीजों की वायरस से मौत हुई, जिससे मृतक संख्या बढ़कर 1,56,705 हो गई है।
ठीक होने की दर बढ़कर 97.21 प्रतिशत
आंकड़ों के अनुसार, कुल 1,07,38,501 लोगों के संक्रमण मुक्त होने के बाद देश में मरीजों के ठीक होने की दर बढ़कर 97.21 प्रतिशत हो गई। कोविड-19 से मृत्यु दर 1.42 प्रतिशत है। देश में अभी कुल 1,51,708 लोगों का कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज चल रहा है, जो कुल मामलों का 1.37 प्रतिशत है।
अब तक 21 करोड़ से अधिक लोगों की जांच
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार, देश में 24 फरवरी तक 21,38,29,658 नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की जा चुकी है। इनमें से 7,93,383 नमूनों की जांच बुधवार को की गई थी।
दूसरा टीकाकरण अभियान मार्च से
सरकार ने बुधवार को फैसला किया कि 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों तथा किसी दूसरी बीमारी से ग्रसित 45 वर्ष से ज्यादा उम्र के लोगों को एक मार्च से कोरोना वायरस रोधी टीका सरकारी केंद्रों पर निशुल्क लगाया जायेगा। वहीं, निजी क्लिनिकों एवं केंद्रों पर उन्हें इसके लिए शुल्क देना पड़ेगा।
उन्होंने बताया कि इस श्रेणी में लोगों को 10 हजार सरकारी केंद्रों पर निशुल्क टीका लगाया जायेगा। मंत्री ने कहा कि 20 हजार निजी क्लिनिकों या केंद्रों पर टीका लगवाने वालों को शुल्क देना होगा। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि देश में 1.23 करोड़ से ज्यादा स्वास्थ्यकर्मियों और अग्रिम मोर्चे के कर्मियों को टीके की खुराक दी गयी है।
महाराष्ट्र में कोरोना के मामले बढ़ने के कारण
कोविड-19 गृह पृथक-वास और सामाजिक दूरी के नियमों का घोर उल्लंघन और संपर्क में आए लोगों का पता लगाने के लिए पर्याप्त संसाधनों की अनुपलब्धता के कारण महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के मामलों में बढ़ोतरी हुई है।
कोविड-19 महामारी पर राज्य सरकार के तकनीकी सलाहकार डॉ. सुभाष सालुंके ने कहा, 'हम असहाय हैं क्योंकि लोग संक्रमण ठीक होने पर अस्पताल से छुट्टी मिलने या ऐसे किसी स्थान से लौटने के बाद गृह पृथक-वास के मूल दिशानिर्देशों का पालन नहीं कर रहे हैं जहां निश्चित अवधि के लिए पृथक-वास अनिवार्य है।'
भारत में बढ़ेगा कोविड-19 टीकों का उत्पादन
ब्रिटेन-स्वीडन दवा कम्पनी ‘एस्ट्राजेनेका’ और अमेरिका की दवा कम्पनी ‘नोवावैक्स’ ने सांसदों से कहा कि वे ‘सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया’ (एसआईआई) के साथ साझेदारी कर कोविड-19 के टीके का उत्पादन बढ़ाने को तैयार हैं।
पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया टीके सहित प्रतिरक्षात्मक दवाओं का एक प्रमुख निर्माता है। यह एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय द्वारा विकसित टीके का उत्पादन कर रहा है। इसे स्थानीय तौर पर ‘कोविशील्ड’ के नाम से जाना जाता है।
गंभीर लक्षण वाले कोविड-19 से भी बचा सकता है जेएंडजे का टीका
अमेरिकी नियामकों द्वारा जारी एक विश्लेषण के अनुसार, ‘जॉनसन एंड जॉनसन’ का एक खुराक वाला टीका कोरोना वायरस के गंभीर संक्रमण से सुरक्षाा प्रदान करती है।
यह विश्लेषण ऐसे समय में आया है, जब ‘जॉनसन एंड जॉनसन’ के टीके के उपयोग को अनुमति प्रदान करने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। इसको अनुमति मिल जाती है तो ‘फाइज़र’ और ‘मॉर्डना’ के बाद देश के पास कोविड-19 के टीके का एक तीसरा विकल्प भी मौजूद होगा।