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COVID diet: इन 5 खाने की चीजों से बढ़ सकता है कोरोना का खतरा, वायरस से बचने के लिए खाएं ये 3 चीजें

By उस्मान | Updated: August 18, 2021 10:55 IST

खाने-पीने की कुछ चीजें कोरोना वायरस का खतरा बढ़ा सकती है

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ठळक मुद्देखाने-पीने की कुछ चीजें कोरोना वायरस का खतरा बढ़ा सकती है कुछ खाद्य पदार्थ जोखिम कम कर सकते हैंहेदिएत के अलावा जीवनशैली को बनाएं बेहतर

कोरोना वायरस से बचने के लिए और इससे जल्दी उबरने के लिए वैक्सीन के अलावा खाने-पीने का ध्यान रखना भी जरूरी है। स्वस्थ, पौष्टिक खाद्य पदार्थ खाने से न केवल कोरोना के लक्षणों को कम करने में मदद मिलती है, बल्कि यह शरीर की ऊर्जा को भी बढ़ाता है और कोरोना से ठीक होने के बाद शरीर को बेहतर करने में मदद करता है। 

आपके द्वारा खाए जाने वाले भोजन के अलावा, हाइड्रेटेड रहना और पर्याप्त नींद लेना कुछ अन्य तरीके हैं, जो कोरोना से निपटने के लिए अपना सकते हैं।  अस्वास्थ्यकर जीवनशैली से आपके शारीरिक और साथ ही आपके मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। 

अस्वास्थ्यकर खाद्य पदार्थ खाना, कम पानी पीना, तनावपूर्ण जीवन जीना, ये सभी आपकी स्थिति खराब कर सकती हैं। इसे वजन बढ़ने के साथ कोरोना वायरस का भी खतरा बढ़ सकता है।

कोरोना का जोखिम कम करने के खाद्य पदार्थशिकागो में नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं के अनुसार, कॉफी, ब्रेस्ट मिल्क और केल में कोरोना के जोखिम कारकों को कम करने की क्षमता है। विशेषज्ञों की टीम ने यूके बायोबैंक डेटा का उपयोग करके यह निष्कर्ष निकाला। 

अध्ययन में 38,000 लोगों से जुड़े डेटा को देखा गया, जिनका टेस्ट हुआ था। इनमें से 17 प्रतिशत पॉजिटिव निकले। यह पाया गया कि कुछ खाद्य पदार्थ अध्ययन में शामिल लोगों की प्रतिरक्षा प्रणाली को प्रभावित करते हैं।

अध्ययन में शामिल कई खाद्य पदार्थों में से, कॉफी, सब्जियां और ब्रेस्ट मिल्क ने दूध ने कोरोना के जोखिम को 10 प्रतिशत तक कम कर दिया, जबकि चाय, फल और रेड मीट जैसे खाद्य पदार्थों से कोई खास फर्क नहीं पड़ा।

संक्रमण के अधिक जोखिम से जुड़े खाद्य पदार्थअध्ययन में यह पाया गया कि प्रोसेस्ड मीट जैसे हॉट डॉग और डेली मीट संक्रमण के अधिक जोखिम से जुड़े थे। शोधकर्ताओं के अनुसार, रोजाना आधा प्रोसेस्ड मीट खाने से भी कोरोना का खतरा 10 प्रतिशत तक बढ़ सकता है।

प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ कुछ सबसे अस्वास्थ्यकर खाद्य पदार्थों में से हैं। इनसे वजन बढ़ाने के अलावा पुरानी बीमारियों का भी खतरा होता है। अस्वास्थ्यकर, तले हुए, तैलीय खाद्य पदार्थ अक्सर हृदय संबंधी जटिलताओं से जुड़े होते हैं।

पोषण और कोरोना के बीच की कड़ी कोरोना एक सांस की बीमारी है, जो समय के साथ शरीर के हर हिस्से में सूजन का कारण बनती है। शोधकर्ताओं के अनुसार, हालांकि इस बारे में कोई ठोस सबूत नहीं है कि कुछ खाद्य पदार्थ कोरोना जोखिमों को कैसे प्रभावित करते हैं। यह माना जाता है कि पोषण और कोरोना के बीच की कड़ी खाद्य सामग्री के बजाय सूजन के बारे में अधिक है।

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