ऑफिस और घर की भाग-दौड़ में अगर आप की भी नींद पूरी नहीं हो पाती तो ये खबर आपके लिए है। अगर आप आठ घंटे से कम नींद ले रहे हैं तो ये आपकी सेहत के लिए नुकसानदायक है। हाल ही में हुए एक शोध के मुताबिक, आठ घंटे से कम सोने वालों में अवसाद यानी डिप्रेशन का खतरा बढ़ जाता है। नियमित तौर पर नींद में बाधा पड़ने से नकारात्मक विचारों से ध्यान हटाने में मुश्किल हो सकती है।
शोध में यह बात सामने आई है कि जो लोग भरपूर नींद नहीं सोते वो अपने आसपास के नकारात्मक विचारों से घिर जाते हैं। बिंघाम्टन विश्वविद्यालय के प्रोफेसर मेरेडिथ कोल्स ने कहा, "हमने पाया है कि लोगों के दिमाग में कुछ विचार अटक जाते हैं और उनके बढ़े हुए नकारात्मक विचार, उनके नकारात्मक उत्प्रेरकों से अलग होने को मुश्किल बना देते हैं। ऐसा माना जाता है कि ये नकारात्मक विचार लोगों में कई तरह के मनोवैज्ञानिक विकार, जैसे अवसाद व व्यग्रता (डिप्रेशन एवं एंग्जाइटी) पैदा करते हैं।"
इस शोध का प्रकाशन जर्नल साइंसडायरेक्ट में किया गया है। इसमें लोगों की नींद लेने की अवधि के साथ नकारात्मक विचारों का मूल्यांकन किया गया।