खून की कमी, डायबिटीज जैसी 10 बीमारियों का 'काल' है पौधा, बालों को झड़ने, सफेद होने से भी बचाएगा
By उस्मान | Published: June 28, 2019 12:09 PM2019-06-28T12:09:11+5:302019-06-28T12:09:11+5:30
Ayurveda home remedies in Hindi: क्या आप जानते हैं कि यह इस पौधे के सही प्रयोग से कैंसर, बवासीर, लिवर, किडनी रोग और अस्थमा जैसी गंभीर बीमारियों से भी बचा जा सकते हैं।
भृंगराज एक औषधि है, इसका दूसरा नाम एक्लिप्टा एल्बा है। ऐेतिहासिक रूप से, यह सबसे अधिक आयुर्वेदिक दवा के साथ जुड़ा हुआ है जो इलाज के किए पारंपरिक भारतीय तरीका है। इसका उपयोग शरीर के अंदर या बाहर होने वाली अनेक प्रकार की बीमारियों के इलाज के लिए किया जाता है।
आयुर्वेद में इसका इस्तेमाल बालों को झड़ने से रोकने और बालों के पकने से रोकने के लिए किया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह इस पौधे के सही प्रयोग से कैंसर, बवासीर, लिवर, किडनी रोग और अस्थमा जैसी गंभीर बीमारियों से भी बचा जा सकते हैं।
ऐसे करें भृंगराज पत्तियों का उपयोग
भृंगराज की पत्तियों का चूर्ण 100 ग्राम, तिल का चूर्ण 50 ग्राम, आंवला 50 ग्राम, मिश्री 200 ग्राम, और घी से चुपड़ी हुई मिट्टी की हांडी, सबसे पहले इन चीजों को इकट्ठा कर लें। इसके बाद इन सभी चीजों को कूट पीसकर मिश्री के साथ आपस में मिलाकर मिट्टी की हांडी में एक कपड़े में ढंककर रख दें और इसे 24 घंटे के लिए छोड़ दें। अब इस चूर्ण की 10 ग्राम मात्रा को सुबह शाम गाय के दूध के साथ सेवन करें, अगर आप ऐसा निरंतर करते रहते हैं तो शरीर से कई तरह की बीमारियां खत्म हो सकती हैं।
1) कैंसर की रोकथाम
अनुसंधान से पता चला है कि यह पौधा लिवर में कैंसर कोशिकाओं के विकास को रोकने में मदद करता है। अनुसंधानकर्ता मानते हैं कि इस पौधे में पाए जाने वाले कार्बनिक अणु कैंसर कोशिकाओं के प्रसार के लिए डीएनए अणुओं को बाधित करते हैं। इस प्रकार एक साइटोटोक्सिक प्रभाव होता है और उन खतरनाक, उत्परिवर्तित कोशिकाओं को मारने में मदद मिलती है।
2) पीलिया के इलाज
पीलिया को खतरनाक बीमारी माना जाता है। इससे लिवर का कामकाज प्रभावित होता है, जिससे त्वचा का मलिनकिरण होता है। लिक्विड को प्रभावी ढंग से संतुलित करने और इसके सामान्य कार्य को सुनिश्चित करने के लिए हजारों वर्षों से इस पौधे का उपयोग किया जाता है।
3) यूटीआई इन्फेक्शन
इसके एंटीबैक्टीरियल और एंटीसेप्टिक गुणों की वजह से यह पौधा संक्रमण को रोकने और उपचार के लिए काफी प्रभावी है। मूत्र पथ के संक्रमण में प्रभावी रूप से काम करता है और असुविधा को कम कर सकता है। यह मूत्राशय के कामकाज को प्रभावित करने वाले बैक्टीरिया को बेअसर कर सकता है।
4) खून की कमी एनीमिया से दिलाता है छुटकारा
भृंगराज में उच्च मात्रा में आयरन होता है, इसके पत्तों से बना साधारण घर का बना सूप एनीमिया के इलाज में मदद करता है। इसका नियमित उपयोग एनीमिया के लिए सबसे अच्छे उपायों में से एक माना जाता है, इस प्रकार नियमित रूप से इसका उपयोग करें।
5) डायबिटीज के मरीजों के लिए वरदान
डायबिटीज जैसी शुगर की समस्या को कंट्रोल करने के लिए भृंगराज के बेहतर परिणाम देखे गए हैं। भृंगराज में मौजूद सक्रिय अणु आपके शरीर में ग्लूकोज को नियंत्रित करने और कम करने में मदद करते हैं, जो डायबिटीज से पीड़ित लोगों के लिए काफी महत्वपूर्ण है।
इस बात का रखें ध्यान
यह एक आयुर्वेदिक उपाय है और इसका इस्तेमाल करने से पहले आपको किसी एक्सपर्ट से सलाह लेनी चाहिए। इसके अनियमित और अधिक सेवन से आपको कई दुष्प्रभावों का सामना करना पड़ सकता है।