Top kidney hospital in India: किडनी की बीमारियों के इलाज के लिए भारत के 5 बेस्ट हॉस्पिटल
By उस्मान | Published: January 23, 2021 11:52 AM2021-01-23T11:52:21+5:302021-01-23T11:55:44+5:30
किडनी के इलाज के लिए भारत में सबसे बेस्ट अस्पताल कौन से हैं, जानिये यहां
किडनी से संबंधित बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं। इनमें क्रॉनिक किडनी डिजीज एक ऐसी बीमारी है जो दुनिया की आबादी के लगभग 10 फीसदी लोगों को प्रभावित करती है।
अगर बात करें भारत की तो इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में हर साल एंड स्टेज किडनी रोग (ईएसकेडी) के 100,000 से अधिक मरीज पाए जाते हैं जो जिनमें डायलिसिस या ट्रांसप्लांट के मामले होते हैं।
भारत में पुरुषों और महिलाओं दोनों में गुर्दे की बीमारी का सबसे आम कारण डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर है। हालांकि, महिलाओं में गुर्दे को प्रभावित करने वाली कुछ कारण मूत्र पथ के संक्रमण जो कि गुर्दे और ऑटोइम्यून रोगों के संक्रमण और निशान को जन्म देते हैं, रुमेटीइड आर्थराइटिस और सिस्टमिक ल्यूपस एरिथेमेटस आदि भी हैं।
किडनी रोगों के बेहतर इलाज के लिए स्थितियों का जल्द पता लगाना और उपचार आवश्यक है। हम आपको देश के कुछ बेहतर अस्पतालों के बारे में बता रहे हैं, जहां किडनी से जुड़ी समस्याओं का बेहतर इलाज होता है।
मेदांता - द मेडिसिटी, गुड़गांव
यह अस्पताल साल 2009 में बना था। मेदांता अस्पताल 2013 में संयुक्त राज्य अमेरिका के बाहर रोबोटिक रीनल ट्रांसप्लांट करने वाला पहला अस्पताल था। नेफ्रोलॉजी डिपार्टमेंट की टीम में भारत के सबसे ऊपरी नेफ्रोलॉजिस्ट शामिल हैं। अस्पताल रोजाना गुर्दे की विफलता, गुर्दे की पथरी, क्रोनिक किडनी रोग जैसे मामलों पर काम होता है।
इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल, नई दिल्ली
यह अस्पताल 1996 में स्थापित हुआ था। इस मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल में पिछले एक दशक में लगभग 2500 प्रत्यारोपण किए हैं, जो दुनिया के अन्य बेहतरीन केंद्रों की तुलना में बेहतर रिजल्ट रहे हैं। इसके नेफ्रोलॉजी विभाग में CRRT मशीनों, MARS मॉड्यूल और विशेष डेटा प्रबंधन सॉफ्टवेयर जैसे सभी जरूरी चीजें उपलब्ध हैं।
ऑपरेशन थियेटर लैमिनर फ्लो वेंटिलेशन, संक्रमण नियंत्रण दिशानिर्देशों और अन्य सभी अप-टू-डेट सर्जिकल, एनेस्थेटिक और सुरक्षा उपकरणों से भी लैस है। हर सप्ताह लगभग 90 हेमोडायलिसिस, सीएपीडी, 3-5 सीआरआरटी, 5-8 किडनी बायोप्सी और 10-12 वैस्कुलर एक्सेस प्लेसमेंट किए जाते हैं।
कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल, मुंबई
यह अस्पताल 2006 में स्थापित हुआ था। इस मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल शहर में सबसे बड़ी डायलिसिस इकाई है जिसमें 42 डायलिसिस मशीनें हैं जो सभी प्रकार के डायलिसिस प्रदान करती हैं। यह अस्पताल मुंबई में क्लोज लूप एडवांस आरओ प्लांट स्थापित करने वाला पहला था।
आईसीयू में रोगियों की डायलिसिस सुविधाओं के लिए हेमोडायलिसिस की सुविधा है। सभी उम्र के रोगियों के लिए होम डायलिसिस कार्यक्रम भी चलाए जा रहे हैं।
अपोलो अस्पताल, क्रीम रोड, चेन्नई
यह अस्पताल में साल 1983 में बना था। इस सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में नेफ्रोलॉजी टीम प्रत्येक वर्ष लगभग 6000 रोगियों को उपचार प्रदान करती है। इसने लगभग 21,000 गुर्दा प्रत्यारोपण किए हैं और प्रति वर्ष लगभग 75,000 हेमोडायलिसिस किए हैं।
नेफ्रोलॉजिस्ट की टीम जन्म दोष, गुर्दे की पथरी, कैंसर की देखभाल, क्रोनिक किडनी रोग, नेफ्रैटिस, रीनल सिस्ट और कई अन्य किडनी विकारों के इलाज करती है। अस्पताल में कई प्रकार के किडनी प्रत्यारोपण किए जाते हैं जैसे कैडेवरिक रीनल ट्रांसप्लांट, कैडेवर-डोनर किडनी ट्रांसप्लांट, लिविंग डोनर किडनी ट्रांसप्लांट और लेप्रोस्कोपिक नेफ्रक्टोमी।
आर्टेमिस अस्पताल, गुड़गांव
यह अस्पताल साल 2007 में स्थापित हुआ था। इस सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में सभी आधुनिक उपकरण मौजूद हैं। पूरी तरह से कम्प्यूटरीकृत बाइकार्बोनेट हेमोडायलिसिस मशीनों के साथ वॉल्यूमेट्रिक अल्ट्रा-फिल्ट्रेशन और एडजस्टेबल सोडियम सुविधा है जो रोगी की सुरक्षा सुनिश्चित करती है।
AAMI मानकों के अनुसार जटिलताओं को रोकने के लिए डायलिसिस के लिए लेटेस्ट रिवर्स ऑस्मोसिस वाटर प्रदान करने वाले सबसे बेहतर अस्पताल में से एक है। HCV और Hbs Ag पॉजिटिव रोगियों के लिए अलग-अलग मशीनें उपलब्ध हैं।
टीम के पास नवीनतम तकनीकों जैसे पेरिटोनियल डायलिसिस, प्लास्मफेरेसिस, हेमॉपरफ्यूज़न, किडनी बायोप्सी, सीएपीडी कैथीटेराइजेशन आदि के साथ विभिन्न विकारों के इलाज के लिए एक विशाल अनुभव है।