Bengaluru: सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने सेक्सुअल हेल्थ के इलाज के लिए बैंक लोन लेकर खरीदी थी जड़ी-बूटी, हो गई किडनी की समस्या, ₹48 लाख का हुआ नुकसान
By रुस्तम राणा | Updated: November 25, 2025 14:37 IST2025-11-25T14:37:37+5:302025-11-25T14:37:37+5:30
पीड़ित ने केएलई लॉ कॉलेज के पास एक कामचलाऊ ‘आयुर्वेदिक दवाखाना’ देखा, जिसमें सेक्सुअल प्रॉब्लम के “जल्दी इलाज” का ऐड था।

Bengaluru: सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने सेक्सुअल हेल्थ के इलाज के लिए बैंक लोन लेकर खरीदी थी जड़ी-बूटी, हो गई किडनी की समस्या, ₹48 लाख का हुआ नुकसान
बेंगलुरु: बेंगलुरु के एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने एक नकली आयुर्वेदिक डॉक्टर के सड़क किनारे लगे टेंट से सेक्सुअल हेल्थ का इलाज करवाने के बाद ₹48 लाख गंवा दिए और बाद में किडनी की दिक्कतें भी हो गईं। शनिवार को ज्ञानभारती पुलिस में दर्ज शिकायत के मुताबिक, 2023 में शादी के बाद उस आदमी को सेक्सुअल हेल्थ से जुड़ी दिक्कतें हुईं। द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक, उसने सबसे पहले बेंगलुरु के पास केंगेरी के एक मल्टी-स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में इलाज करवाया।
सड़क किनारे बने ‘आयुर्वेदिक दवाखाने’ ने एक टेक वर्कर को कैसे बेवकूफ बनाया?
3 मई को, पीड़ित ने केएलई लॉ कॉलेज के पास एक कामचलाऊ ‘आयुर्वेदिक दवाखाना’ देखा, जिसमें सेक्सुअल प्रॉब्लम के “जल्दी इलाज” का ऐड था। अंदर, खुद को ‘विजय गुरुजी’ कहने वाले एक आदमी ने उसे “दुर्लभ आयुर्वेदिक दवाओं” के ज़रिए पक्का इलाज दिलाने का भरोसा दिलाया।
उसने इंजीनियर को यशवंतपुर में विजयलक्ष्मी आयुर्वेदिक स्टोर से ‘देवराज बूटी’ नाम का प्रोडक्ट खरीदने को कहा, और दावा किया कि यह हरिद्वार से आया है और इसकी कीमत ₹1.6 लाख प्रति ग्राम है। तथाकथित प्रैक्टिशनर ने उसे यह भी कहा कि खरीदते समय किसी को साथ न लाए और ज़ोर दिया कि वह सिर्फ़ कैश में पेमेंट करे।
नुकसान ₹48 लाख तक कैसे पहुँच गया?
दावों पर भरोसा करके, टेकी ने दवा खरीद ली। फिर उसे ‘भावना बूटी तेल’ नाम का एक और मिक्सचर खरीदने के लिए मनाया गया, जिसकी कीमत ₹76,000 प्रति ग्राम थी। खरीदारी के लिए, उसने अपनी पत्नी और माता-पिता से ₹17 लाख उधार लिए।
इसके तुरंत बाद, ‘विजय गुरुजी’ ने उस पर ‘देवराज बूटी’ की और मात्रा खरीदने का दबाव डाला, और चेतावनी दी कि नहीं तो इलाज बेकार हो जाएगा। पीड़ित ने और इलाज के लिए ₹20 लाख का बैंक लोन लिया। कुल मिलाकर, उसने ₹48 लाख खर्च किए लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ।
इंटरनेट पर लोगों ने यकीन नहीं किया
कई सोशल मीडिया यूज़र्स ने इस घटना पर हैरानी जताई। बेंगलुरु के कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. दीपक कृष्णमूर्ति ने लिखा, “48 लाख खर्च किए! उस दवाखाने पर!!! वह ठगा जाना ही चाहिए।”
एक और X यूज़र ने कमेंट किया, “मुझे हैरानी है कि आजकल पढ़े-लिखे लोग भूकंप और स्कैम के झांसे में आ रहे हैं। सोशल मीडिया पर अवेयरनेस और कई लोगों के अपने अनुभव बताने के बावजूद, लोग इतनी ज़्यादा रकम के झांसे में आ जाते हैं। सोशल मीडिया या बाहर दी जाने वाली बहुत अच्छी बातों पर कभी भी यकीन न करें।”