COVID-19 amazing facts: जानिये कोरोना वायरस से जुड़े हैरान करने वाले 10 फैक्ट्स
By उस्मान | Published: February 19, 2021 11:49 AM2021-02-19T11:49:06+5:302021-02-19T12:25:34+5:30
कोरोना वायरस के इन तथ्यों के बारे में हर किसी को जानना चाहिए
बच्चों को गंभीर रूप से बीमार कर सकता है कोरोना
कोरोना के मामले में अभी तक की रिपोर्ट्स के अनुसार वयस्कों की तुलना में बच्चों को बीमारी होने की संभावना बहुत कम दिखाई देती है। हालांकि, बहुत छोटे (1 वर्ष से कम) बच्चे, बड़े बच्चों की तुलना में गंभीर बीमारी की चपेट में आ सकते हैं। 2,143 चीनी बच्चों के रिकॉर्ड से पता चला है कि लगभग 11% शिशु गंभीर रूप से बीमार थे, 1 से 5 साल के केवल 7% बच्चे, 6 से 15 साल के 4% बच्चे और 16 साल से अधिक के 3% किशोर बीमार थे।
सतहों पर चार दिन रह सकता है वायरस
कोरोना मुख्य रूप से श्वसन बूंदों के माध्यम से फैलता है। जब एक संक्रमित व्यक्ति छींकता है या खांसी करता है, तो वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक या तो सीधे यात्रा कर सकता है। शोधकर्ताओं ने पाया है कि वायरस सतह पर चार दिन, कार्डबोर्ड पर 24 घंटे और प्लास्टिक और स्टेनलेस स्टील पर 2 से 3 दिन तक रह सकता है।
बिना लक्षणों के भी फ़ैल सकता है वायरस
फरवरी में चीन के वुहान से निकाले गए 565 जापानी नागरिकों में से एक-तिहाई ने कोरोना पॉजिटिव पाए गए। मजे की बात यह है कि इन्हें कभी भी कोई लक्षण विकसित नहीं हुए। चीन के एक अध्ययन में आधे से अधिक संक्रमित बच्चों में कोई लक्षण नहीं थे या केवल हल्के लक्षण थे। सीडीसी का अनुमान है कि 40% संक्रमित व्यक्ति लक्षणों का अनुभव नहीं करते हैं।
टाइप ए ब्लड ग्रुप वालों को कोरोना का अधिक खतरा
अस्पताल में भर्ती किए गए 2,173 व्यक्तियों के एक चीनी अध्ययन में पाया गया कि टाइप ए ब्लड ग्रुप वाले बीमार लोगों को सामान्य लोगों की तुलना में कोरोना का खतरा अधिक था। इटली और स्पेन के मरीजों के जीनोमिक अध्ययन ने इन निष्कर्षों का समर्थन किया है, जिसमें इस ब्लड ग्रुप के रोगियों में कोरोना के कारण श्वसन विफलता विकसित होने का अधिक जोखिम है।
आप पहले से ही संक्रमित हो सकते हैं
कुछ लोगों में कोरोना वायरस के कभी कोई लक्षण विकसित नहीं होते हैं। और कुछ लोगो में कोरोना के लक्षण तब विकसित होते हैं, जब वो सर्दी या फ्लू की चपेट में आते हैं, जो वास्तव में कोरोना वायरस हो सकता है।
कोरोना दो बार हो सकता है
किसी पीड़ित व्यक्ति के सही होने के बाद भी उसे दोबारा कोरोना वायरस हो सकता है। कई देशों में, डॉक्टरों ने SARS-CoV-2 रीइन्फेक्शन के 100 से कम मामलों की पुष्टि की है।
FDA ने कोरोना के पहले उपचार को मंजूरी दी
आपातकालीन उपयोग प्राधिकरण (EUA) ने कोरोना के उपचार के लिए एक दवा बामलानिवैम्ब को मंजूरी दी है। यह दवा हल्के से मध्यम कोरोना के लक्षणों के इलाज के लिए है। परीक्षणों में दावा किया गया है कि यह दवा एक मोनोक्लोनल एंटीबॉडी है, जो SARS-CoV-2 स्पाइक प्रोटीन को लक्षित करती है।
कोरोना का कोई घरेलू उपचार नहीं
यदि आपने पढ़ा है कि गर्म चाय या सिरके से गरारे करने से वायरस नष्ट हो जाएगा, तो जान लें कि यह सच नहीं है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस तरह के घरेलू उपचार आपके लक्षणों को कम करने में आपकी मदद कर सकते हैं, लेकिन वायरस को नष्ट नहीं कर सकते हैं।
कोरोना वायरस के हैं कई रूप
कोरोना वायरस को आये हुए एक साल से ज्यादा हो गया है और इस बीच इसके कई रूप सामने आये हैं। हाल ही में ब्रिटेन और साउथ अफ्रीका में इसके नए रूप देखने को मिले हैं, जिन्हें ज्यादा खतरनाक बताया जा रहा है।
हिचकी भी है कोरोना का लक्षण
कोरोना वायरस के लक्षण बढ़ते ही जा रहे हैं। अब सिर्फ बुखार, लगातार खांसी और गंध या स्वाद की भावना खत्म होना कोरोना वायरस के तीन आम लक्षण हैं। अब वैज्ञानिकों को मानना है कि हिचकी आना भी कोविड-19 का नया लक्षण हो सकता है।