आखिर रात में ही क्यों सोते समय सताती है चिंता....जानें क्या है एंग्जाइटी और इसके कारण
By आजाद खान | Published: July 20, 2023 01:07 PM2023-07-20T13:07:11+5:302023-07-20T13:18:24+5:30
जानकारों की अगर माने तो एंग्जाइटी के शिकार होने वाले लोगों को अपने ध्यान को दूसरी ओर ले जाने की जरूरत है। उन्हें यह चाहिए कि जब भी उन्हें एंग्जाइटी आए उन्हें दूसरी चीजों में खुद को व्यस्त कर लेना चाहिए।
Anxiety: अकसर लोगों को रातों में एंग्जाइटी ज्यादा परेशान करती है और इससे उनकी परेशानी और भी बढ़ सकती है। एंग्जाइटी अपने आप में अच्छा नहीं है और लोग इस कारण काफी परेशान भी रहते है। कई लोग ऐसे भी है जो रात में एंग्जाइटी का ज्यादा शिकार होते है और इस तरह के लोगों की संख्या काफी ज्यादा भी है।
ऐसे में आज के इस लेख में हम यही जानने की कोशिश करेंगे कि एंग्जाइटी है क्या और किस तरीके से यह हमारे हेल्थ पर असर डालता है। यही नहीं हम यह भी जानने की कोशिश करेंगे अकसर लोगों को रात में ही क्यों एंग्जाइटी होती है और इसके पीछे का कारण क्या है।
एंग्जाइटी किसे कहते है और क्या है इसके लक्षण
एंग्जाइटी एक किस्म की बीमारी है जिसमें लोगों में तनाव काफी बढ़ जाता है और वे काफी चिंतित दिखाई देते है। एंग्जाइटी से ग्रस्त लोगों के अंदर हमेशा डर बना रहा है और इससे उन्हें घबराहट भी महसूस होती है। इस कारण लोगों के डेली रूटीन, सोशल रिलेशन, वर्कप्लेस पर प्रॉब्लम और हेल्थ इशूज आने लगते हैं।
रात में ही क्यों अकसर होती है एंग्जाइटी
जानकारों का कहना है कि रात में आपके आसपास का माहौल शांत रहता है और इस समय आप अकेले रहते है और अकेलापन महसूस होता है। आपके अकेला होने के कारण आपको दिन भर की या फिर पुरानी बातें याद आने लगती है जिससे आपको एंग्जाइटी होती है। इसलिए रात में पुरानी बातों को न सोचे और अपना ध्यान कही और ले जाएं।
थकान के कारण निगेटिव विचारों को बढ़ावा मिलता है और अकसर रात में आपको बुरी या पुरानी बातें याद आती है। जानकार कहते है कि निगेटिव विचार आने के बाद आपको उसको नजरअंदाज करने की आदत डालनी चाहिए। रात में कोर्टिसोल हार्मोन का लेवल भी कम होता है जिससे आपमें चिंता काफी बढ़ जाता है जो एंग्जाइटी को बढ़ावा देता है।
(Disclaimer: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। इस आलेख में बताए गए तरीकों, सुझावों और विधियों का उपयोग करने से पहले कृपया एक चिकित्सक या संबंधित विशेषज्ञ से जरूर सलाह ले लें।)