केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना वायरस के संकट के बीच एक मोबाइल ऐप 'आरोग्य सेतु' (Arogya Setu app) लॉन्च किया है। इस एप की मदद से लोगों को कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे और जोखिम का आकलन करने में मदद मिल सकेगी। साथ ही उन्हें यह पता लगाने में मदद मिलती है कि उन्हें कोरोना वायरस से संक्रमण का खतरा है या नहीं।
बताया जा रहा है कि यह ऐप केवल ताजा मामलों का पता लगाएगा और केवल उन्हीं लोगों को सतर्क करेगा जो संक्रमित व्यक्ति के आस-पास रहे हैं। इसमें आधुनिक ब्लूटूथ टेक्नोलॉजी, एल्गोरिदम और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग शामिल है।
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत आने वाले 'नेशनल इंफोर्मेटिक्स सेंटर द्वारा विकसित इस ऐप को 11 भाषाओं में एंड्रियोड और ioS दोनों प्लेटफार्म पर लॉन्च किया गया है। यह ऐप लोगों को वायरस से संक्रमित व्यक्ति के नजदीक जाने पर सतर्क करेगा।
यह ऐप भारत में कोरोना वायरस संकट से निपटने में काफी महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। शुरू किए जाने के बाद सिर्फ तीन दिनों में ही आरोग्य सेतु ऐप को गूगल प्ले स्टोर से 50 लाख से अधिक लोगों ने डाउनलोड किया है।
आरोग्य सेतु पर ऐसे करें कोरोना की जांच
1) ऐप चलाने के बाद डिवाइस लोकेशन ओके पर क्लिक करें
2) इसके बाद आपको एक ओटीपी मिलेगा, उसे एंटर करें
3) दिए गए विकल्पों में से अपना जेंडर चुनें
4) अपना पूरा नाम, फिर उम्र, और फिर प्रोफेशन दर्ज करें
5) आपसे पिछले 30 दिनों में अपनी विदेश यात्रा के इतिहास के बारे में पूछा जाएगा। आप उसका सही उत्तर दीजिए। आपकी विदेश यात्रा का इतिहास, यदि कोई है, तो उन लोगों के साथ मिलान किया जाएगा जिन्होंने आईसीएमआर डेटाबेस की मदद से पॉजिटिव टेस्ट किया गया है।
फिर, ऐप पूछता है कि आप जरूरत के समय में वालंटियर के लिए तैयार हैं या नहीं। यदि आप हां में उत्तर देते हैं, तो 20 सेकंड का मूल्यांकन परीक्षण शुरू होता है।
आपके द्वारा अपने फोन में आरोग्य सेतु इनस्टॉल होने के बाद, यह आस-पास के अन्य स्मार्टफोन का पता लगाएगा जिनमें यह ऐप है। यह तब मापदंडों के आधार पर संक्रमण के जोखिम का पता लगा सकता है यदि इन संपर्कों में से किसी का भी पॉजिटिव टेस्ट है।
देश भर में 5,192 लोग संक्रमित पाए गए हैं जबकि कम से कम 162 लोगों की मौत हो चुकी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के शाम के आंकड़ों के मुताबिक, संक्रमित मामलों की संख्या 4,789 तथा मृतकों की संख्या 124 है। आधिकारिक घोषणा के मुताबिक, अब तक 400 लोग इस बीमारी से ठीक हो चुके हैं जबकि देश में अब तक एक लाख 10 हजार के करीब लोगों की जांच हुई है।
अधिकारियों ने कहा कि लॉकडाउन और सामाजिक दूरी के लिये उठाए गए कदमों के कारण भारत में इस महामारी के प्रसार को रोकने में बड़ी मदद मिली है।