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माइग्रेन के दर्द से छुटकारा दिलाएंगे ये 5 घरेलू नुस्खे

By मेघना वर्मा | Updated: February 15, 2018 16:17 IST

लगभग 75 प्रतिशत माइग्रेन के मरीजों में यह समस्या अनुवांशिक रूप से होती है यानी पीढ़ी दर पीढ़ी उनके परिवार में चली आ रही बीमारी।

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विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, दुनिया भर में 20 सबसे ज्यादा होने वाली बीमारियों में से एक है माइग्रेन का दर्द। आज की बिजी लाइफ और काम के प्रेशर में लोगों को माइग्रेन की समस्या ज्यादा होती है। माइग्रेन होने पर सिर के एक भाग में अत्यधिक दर्द होता है और यह बढ़ता ही चला जाता है। एक बार में यह दर्द 4 से 72 घंटे का लगातार हो सकता है। माइग्रेन के लक्षण अलग-अलग लोगों में अलग-अलग पाए जाते हैं। लेकिन ज्यादातर लोगो में कुछ शुरुआती लक्षण एक ही जैसे होते हैं।

ऐसे होते हैं माइग्रेन के शुरूआती लक्षण

1. आंखो के आगे धब्बे छाना 2. प्रकाश की चमक और आवाज के प्रति संवेदनशीलता आना3. हाथ-पैरों में झुनझुनी महसूस होना4. जी मचलना और उल्टी आना5. चिड़चिड़ापन, गर्दन में कठोरता या जकड़न होना6. बार-बार जंभाई और आलस्य आना 7. बार-बार भूख लगना आदि।

लगभग 75 प्रतिशत माइग्रेन के मरीजों में यह समस्या अनुवांशिक रूप से होती है यानी पीढ़ी दर पीढ़ी उनके परिवार में चली आ रही बीमारी। हेल्थ विशेषज्ञों के अनुसार इसके होने का सबसे मुख्य कारण दिमाग में केमिकल परिवर्तन का होना होता है। हालांकि माइग्रेन के लिए कोई ज्ञात इलाज नहीं है, लेकिन कुछ घरेलू उपचारों को अपनाकर आप इसके दर्द से राहत पा सकते हैं। आगे बताए जा रहे पांच तरीकों से माइग्रेन के दर्द से छुटकारा पा सकते हैं। 

1. सेब का सिरका

कहते हैं "एन एप्पल अ डे कीप्स अ डॉक्टर अवे"। सेब सेहत के लिए जितनी ही फायदेमंद होती है उतना ही सेब का सिरका आपके माइग्रेन के दर्द को कम करने में मदद करता है। यह आपके ब्लड शुगर को कंट्रोल करता है, उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करता है, हड्डियों के दर्द को कम करता है, मोटापा कम करता है और कब्ज में भी राहत देता है। एक बड़ी चम्मच आर्गेनिक सेब के सिरके को एक गिलास पानी में घोलें। अब ऊपर से एक चम्मच शहद मिला दें। माइग्रेन को रोकने और ठीक करने के लिए इसका रोज सेवन करें। धीरे-धीरे इसकी मात्रा को और बढ़ा सकते हैं। जब भी आपको लगे कि आपको माइग्रेन का अटैक आने वाला है तो सेब के सिरका की मात्रा दो बड़ी चम्मच कर दें।

2. लाल मिर्च

लाल मिर्च, माइग्रेन को ठीक करने के लिए काफी कारगर घरेलू इलाज होती है। यह ब्लड सर्कुलेशन को संतुलित करके उसके फ्लो को बढ़ाती है। साथ ही, इसमें पाए जाने वाला तत्व  नेचुरल दर्दनिवारक की तरह काम करता है।

एक कप गर्म पानी में एक चम्मच लाल मिर्च मिलाएं।वैकल्पिक रूप से, स्वाद बढ़ाने के लिए आप इसमें नींबू का रस और शहद भी मिला सकते हैं।अब इस टी का सेवन करें।

3. पेपरमिंट

पेपरमिंट में एंटी-इन्फ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज होती हैं जो तंत्रिकाओं को शांत करने में मदद करती हैं। साथ ही, इसके ऐन्टीस्पैज़्माडिक भी होते हैं। 2008 में इंटरनेशनल जर्नल ऑफ न्यूरोसाइंस में पब्लिश हुई एक स्टडी के अनुसार,  पेपरमिंट की खुशबू सिरदर्द से राहत प्रदान करने वाला अनुभव प्रदान करती है।

रोज एक कप शहद के साथ बनी पेपरमिंट टी का सेवन करें।आप अपने माथे की पेपरमिंट आयल से मालिश भी कर सकते हैं। दो-तीन पेपरमिंट आयल कि बूंदों को माथे पर डालकर मालिश करें। आप इसमें लैवेंडर आयल मिलाकर भी इस्तेमाल कर सकते हैं। मालिश करने के बाद 20-30 मिनट के लिए आयल को लगा रहने दें। ऐसा दिन में तीन-चार बार करें।

4. मालिश

सिर की मालिश करने से भी माइग्रेन के दर्द को कम करने में सहायता मिलती है, क्योंकि यह दर्द के सिग्नल्स को दिमाग तक जाने से रोकती है। इससे माइग्रेन के लक्षण और आवृत्ति में कमी आती है। अपने दोनों हाथों की शुरू की दो उंगलियों से अपने सिर की धीरे-धीरे सर्कुलर मोशन में मालिश करें। हमारे सिर में तीन जगह प्रेशर पॉइंट होते हैं जिनको ठीक से दबाने पर दर्द में काफी राहत मिलती है। खोपड़ी के नीचे का आधार, माथे के बीच में और आंखों के कोनों में। इन तीन जगह पर मालिश करने से आपको माइग्रेन के दर्द में राहत मिलती है। मालिश के लिए तिल के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं। दो चम्मच तिल के तेल को गर्म करें और ऊपर से डेढ़-डेढ़ चम्मच दालचीनी और इलायची का पाउडर डालकर पेस्ट बना लें। अब इस पेस्ट को अपने माथे पर लगाकर मालिश करें। फिर कुछ घंटों के लिए इसे लगा रहने दें और फिर धो लें।

5. अदरक

अदरक में मौजूद केमिकल मांसपेशी संकुचन को बढ़ाते हैं, हॉर्मोन्स को प्रभावित करते हैं और दिमाग के रक्त कणों में इन्फ्लामेशन को नियंत्रित करते हैं। अदरक कि चाय का दिन में दो-तीन बार सेवन करें। या फिर, कच्चे अदरक को स्लाइसेस में काटकर चबाएं। यह जी मचलने और अपच को ठीक करेगा।

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