सेंट पीटर्सबर्ग, तीन जुलाई। फीफा वर्ल्ड कप 2018 के प्री-क्वार्टर फाइनल के सातवें मुकाबले में मंगलवार को स्वीडन की टीम ने स्विट्जरलैंड को 1-0 से हरा दिया। इस जीत के साथ ही स्वीडन 24 साल में पहली बाद टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई है। इससे पहले स्वीडन की टीम ने साल 1994 में अंतिम 8 में जगह बनाई थी। स्वीडन की टीम के लिए एकमात्र गोल एमिल फोर्सबर्ग ने 66वें मिनट में किया, जबकि स्विट्जरलैंड का कोई खिलाड़ी गोल करने में कामयाब नहीं रहा।
स्वीडन की टीम को इंजरी टाइम में रेफरी ने पेनल्टी दी, लेकिन वीएआर (वीडियो असिस्टेंट रेफरल) ने इसे खारिज कर फ्री किक में बदल दिया। वहीं स्विटजरलैंड के माइकल लैंग को इंजुरी टाइम में रेफरी ने रेड कार्ड दिखाया, जिन्होंने मार्टिन ओल्सन को बाधा पहुंचाई थी। रेफरी दामिर स्कोमिना ने पेनल्टी का फैसला वीडियो रिव्यू पर छोड़ा, लेकिन पेनल्टी क्षेत्र के बाहर बाधा पहुंचाए जाने के कारण स्वीडन के खिलाड़ियों की मांग को खारिज कर दिया। (फीफा वर्ल्ड कप की अन्य खबरों के लिए यहां क्लिक करें)
स्वीडन और स्विट्जरलैंड की टीमों ने प्री-क्वार्टर फाइनल मुकाबले में कुछ खास प्रदर्शन नहीं किया और दोनों टीमों के बीच पहला हाफ गोलरहित रहा। इसके बाद दूसरे हाफ में भी टीमों ने प्रदर्शन से दर्शकों को निराश किया। मैच के 66वें मिनट में फोर्सबर्ग ने पहला गोल किया, लेकिन इसके बाद कोई खिलाड़ी गोल करने में कामयाब नहीं रहे।
मैच का पहला यलो कार्ड 31वें मिनट में स्वीडन के माइकेल लुस्टिग को मिला, इस कारण वो शनिवार को खेले जाने वाले क्वार्टर फाइनल में नहीं खेल पाएंगे। इसके बाद मैच के 61वें मिनट में स्विट्जरलैंड के कप्तान वालोन बेहरामी को दूसरा और 68वें मिनट में स्विट्जरलैंड के ग्रानित झाका को तीसरा यलो कार्ड मिला। वहीं इस मैच में इंजुरी टाइम में स्विटजरलैंड के माइकल लैंग को रेड कार्ड मिला।