क्या आपने कभी बनाया है 'बिना अंडे का ऑमलेट'? नहीं ना, तो ऐसे बनाएं
By मेघना वर्मा | Updated: January 22, 2018 18:26 IST2018-01-22T17:13:29+5:302018-01-22T18:26:38+5:30
हम आपको ऐसा ही बिना अंडे का ऑमलेट बनाना सिखाएंगे जिसे वेजिटेरियन लोग भी आसानी से खा सकते हैं।

क्या आपने कभी बनाया है 'बिना अंडे का ऑमलेट'? नहीं ना, तो ऐसे बनाएं
आज तक आपने ब्रेकफास्ट में कई चीजें ट्राई की होंगी, उपमा, ओटमील, केलोक्स और भी बहुत कुछ। लेकिन नाश्ते में सबसे ज्यादा खायी जाने वाली डिश है ऑमलेट। लेकिन क्या आपने कभी बिना अंडे का आमलेट बनाया है? जी हां, आज हम आपको बिना अंडे का ऑमलेट बनाना सिखाएंगे जिसे वेजिटेरियन लोग भी आसानी से खा सकते हैं। ये मत सोचिएगा कि हम बेसन से बनने वाले चीले की बात कर रहे हैं। यहां बात हो रही है आमलेट की और वो भी बिना अंडे की।
दरअसल यह ऑमलेट चने की दाल और चावल के इस्तेमाल से बनता है। यह तसते और सेहत दोनों के लिए अच्छा है। अगर आप ब्रेकफास्ट में इस ऑमलेट को खाएंगे तो हमेशा हेल्दी रहेंगी। चलिए रेसिपी बताते हैं:
वेज ऑमलेट बनाने के सामग्री
एक कप चना दाल
एक कप चावल
बारिक कटा हुए दो टमाटर
बारिक कटा हुआ हरा प्याज
थोड़ी बारिक कटी हुई प्याज
एक इनो का पैकेट
थोड़ा बारिक कटा हुआ हरा धनिया
बारिक कटी हुई हरी मिर्च
तीन से चार चम्मच तेल
स्वाद अनुसार थोड़ा नमक
वेज ऑमलेट बनाने की विधि
वेज ऑमलेट बनाने के लिए चावल और चने की दाल को अच्छे से धोकर उसे दो से तीन घंटे के लिए भिगो दें।
अच्छे से भीगने के बाद दोनों चीजों को मिक्सर में अलग-अलग पीस लें और पिसी हुई दोनों चीजों को आपस में मिला लें और नमक डालकर मिला लें।
अब गैस पर तवा रखें। तवा गर्म हो जाने पर उसमें थोड़ा सा तेल डाल कर उसे फैला लें और उसे भी गरम होने दें।
दाल-चावल के पेस्ट में कटे हुए टमाटर, प्याज, हरी मिर्च और हरा धनिया मिला लें। उसके बाद तैयार मिश्रण में इनो डालें और उसे भी अच्छी तरह से मिला लें।
अब लगभग एक कप मिश्रण को गर्म तवे पर डालें और मोटा-मोटा तवे पर फैला दें। गैस की आंच को कम कर दें और ऑमलेट को सिंकने दें।
जब ऑमलेट एक ओर से गोल्डेन ब्राउन कलर का हो जाए तो उसे ध्यान से पलट दें और दूसरी ओर से भी उसी तरह सेंक लें।
तो लीजिए आपकी वेज ऑमलेट तैयार हो गई। अब आप इसे धनिए की हरि चटनी के साथ सर्व कर सकती हैं।
वेज ऑमलेट बनाते टाइम ये रखें सावधानी
जब आप पीसे हुए चावल और चने का घोल बना रही हों तो ध्यान दें कि घोल में गांठे नहीं पड़नी चाहिए और घोल ज्यादा मोटा नहीं होना चाहिए।