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राजस्थान सरकार ने बदला सरकारी स्कूलों का पाठ्यक्रम, अगले सत्र से छात्र पढ़ेंगे NCERT का सिलेबस

By रामदीप मिश्रा | Updated: September 11, 2019 20:41 IST

राजस्थान के शिक्षा राज्य मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की स्पष्ट मंशा शिक्षा के क्षेत्र में चहुंमुखी विकास करना है। इसी उद्देश्य से पिछली सरकार द्वारा विचारधारा विशेष को पोषित किए जाने वाली पुस्तकों के स्थान पर अब राजस्थान में विद्यार्थियों को राजस्थान के भूगोल, इतिहास और संस्कृति से संबद्ध पुस्तकें पढ़ाई जाएगी। 

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ठळक मुद्देराजस्थान में अगले शिक्षा सत्र 2020-21 से सरकारी एवं संबद्ध विद्यालयों में कक्षा 6 से 8 में एनसीईआरटी पाठ्यक्रम की हिन्दी और अंग्रेजी माध्यम की पुस्तकों को लागू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कक्षा 10 एवं 12 में सत्र 2020-21 में वर्तमान में संचालित पाठ्यक्रम यथावत रखा जाएगा, लेकिन सत्र 2021-22 से इन कक्षाओं में एनसीईआरटी पाठ्यक्रम की पुस्तकें लागू की जाएगी।

राजस्थान के शिक्षा राज्य मंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा ने कहा है कि राज्य में पाठ्यक्रम समीक्षा समितियों की सिफारिश पर विद्यार्थियों के हित को ध्यान में रखते हुए शिक्षा सत्र 2020-21 से सरकारी एवं संबद्ध विद्यालयों में कक्षा 6 से 8 में एनसीईआरटी पाठ्यक्रम की हिन्दी और अंग्रेजी माध्यम की पुस्तकों को लागू किया जाएगा। डोटासरा ने बुधवार को आयोजित कार्यक्रम में यह घोषणा की। 

उन्होंने कहा कि शिक्षाविदें की गठित समितियों की सिफारिश के आधार पर राज्य में ऐसे पाठ्यक्रम को वरीयता दी जा रही है जो विद्यार्थियों के ज्ञानवर्धन के साथ ही भविष्य में उन्हें प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता का आधार प्रदान करे। सत्र 2020-21 में कक्षा 6 से 8 में एससीईआरटी द्वारा तैयार 'हमारा राजस्थान' शीर्षक की नवीन तीन पुस्तकों के तीन भाग यथा 'हमारा राजस्थान भाग प्रथम, द्वितीय और तृतीय क्रमशः कक्षा 6, 7 और 8 में लागू की जाएगी। 

शिक्षा राज्य मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की स्पष्ट मंशा शिक्षा के क्षेत्र में चहुंमुखी विकास करना है। इसी उद्देश्य से पिछली सरकार द्वारा विचारधारा विशेष को पोषित किए जाने वाली पुस्तकों के स्थान पर अब राजस्थान में विद्यार्थियों को राजस्थान के भूगोल, इतिहास और संस्कृति से संबद्ध पुस्तकें पढ़ाई जाएगी। 

उन्होंने कहा कि कक्षा 10 एवं 12 में सत्र 2020-21 में वर्तमान में संचालित पाठ्यक्रम यथावत रखा जाएगा, लेकिन सत्र 2021-22 से इन कक्षाओं में एनसीईआरटी पाठ्यक्रम की पुस्तकें लागू की जाएगी।

शिक्षा राज्य मंत्री ने बताया कि कक्षा 9 से 12 के विद्यार्थियों को राजस्थान के भूगोल, इतिहास, संस्कृति एवं शौर्य परम्परा से परिचय कराने के लिए और आजादी के बाद का राष्ट्र निर्माण एवं स्वर्णिम भारत के विविध पक्षों से परिचय कराने के लिए विशेष पुस्तकों का प्रावधान किया गया है। इसके तहत कक्षा 9 में अब 'राजस्थान का स्वतंत्रता आंदोलन एवं शौर्य परम्परा', कक्षा 10 में 'राजस्थान का इतिहास एवं संस्कृति', कक्षा 11 में 'आजादी के बाद का स्वर्णिम भारत, भाग प्रथम' तथा कक्षा 12 में 'आजादी के बाद का स्वर्णिम भारत, भाग द्वितीय' का अध्ययन करवाया जाएगा।

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