मध्यप्रदेश में बच्चों में वन और वन्य-प्राणियों के संरक्षण के प्रति संवेदनशील बनाने के उद्देश्य से वन विभाग द्वारा अनुभूति कार्यक्रम शुरू किया गया था। इस दौरान एक महीने में जंगल में रहकर एक लाख बच्चों ने पर्यावरण का पाठ पढ़ा। आधिकारिक तौर पर जारी बयान में बताया है कि एक लाख से अधिक बच्चों ने ईको कैम्प में भाग लिया।
ईको पर्यटन विकास बोर्ड द्वारा 15 दिसंबर से 15 जनवरी के बीच चलाए गए अनुभूति कार्यक्रम में बच्चों को प्रदेश के राष्ट्रीय उद्यान, अभ्यारण्य और वन क्षेत्रों में शिविर लगाकर पर्यावरण संरक्षण, पारिस्थितिकीय तंत्र, जैव-विविधता, पशु-पक्षी, वनौषधि और इनके न रहने से होने वाले नुकसान की जानकारी दी गई।
अनुभूति कार्यक्रम का उद्देश्य स्कूली बच्चों को जंगल में ही शिविर लगाकर वन और वन्य-प्राणियों के संरक्षण की जानकारी देना है, ताकि इनके संरक्षण के लिए एक संवेदनशील पीढ़ी तैयार हो सके।
बच्चों की जागरूकता का असर उनके घर-परिवार और समाज पर पड़ने के साथ पर्यावरण संरक्षण के प्रयासों पर भी पड़ेगा।