लाइव न्यूज़ :

दिल्ली हाईकोर्ट ने डीयू को दिया निर्देश, कहा- 14 सितंबर से भौतिक रूप से अंतिम वर्ष की परीक्षा करें शुरू

By भाषा | Updated: August 18, 2020 05:45 IST

अदालत ने डीयू से कहा कि वह उन दिव्यांग छात्रों की संख्या का पता लगाए जो ऑनलाइन ओपन बुक परीक्षा नहीं दे पाए और जो भौतिक रूप से परीक्षा में बैठेंगे। न्यायमूर्ति हिमा कोहली और न्यायमूर्ति सुब्रमण्यम प्रसाद की पीठ ने कहा, आपको (डीयू) पता लगाना होगा कि दिव्यांग छात्र कहां हैं।

Open in App
ठळक मुद्देदिल्ली उच्च न्यायालय ने सोमवार को दिल्ली विश्वविद्यालय को निर्देश दिया कि वह अंतिम वर्ष के स्नातक छात्रों की 14 सितंबर से भौतिक रूप से परीक्षा शुरू करे।उसने कहा कि उन दिव्यांग छात्रों के ठहरने तथा परिवहन की व्यवस्था के तौर-तरीकों पर काम करे जो कोविड-19 लॉकडाउन के कारण दिल्ली छोड़कर चले गए हैं। 

नई दिल्लीः दिल्ली उच्च न्यायालय ने सोमवार को दिल्ली विश्वविद्यालय को निर्देश दिया कि वह अंतिम वर्ष के स्नातक छात्रों की 14 सितंबर से भौतिक रूप से परीक्षा शुरू करे और उन दिव्यांग छात्रों के ठहरने तथा परिवहन की व्यवस्था के तौर-तरीकों पर काम करे जो कोविड-19 लॉकडाउन के कारण दिल्ली छोड़कर चले गए हैं। 

अदालत ने डीयू से कहा कि वह उन दिव्यांग छात्रों की संख्या का पता लगाए जो ऑनलाइन ओपन बुक परीक्षा नहीं दे पाए और जो भौतिक रूप से परीक्षा में बैठेंगे। न्यायमूर्ति हिमा कोहली और न्यायमूर्ति सुब्रमण्यम प्रसाद की पीठ ने कहा, ‘‘आपको (डीयू) पता लगाना होगा कि दिव्यांग छात्र कहां हैं। उन्हें यात्रा के लिए पर्याप्त नोटिस देना होगा।’’ 

पीठ ने पूछा, ‘‘क्या यह संभव हो सकता है कि वे वहीं परीक्षा दे सकें जहां वे हैं?’’ डीयू की ओर से पैरवी कर रहे वरिष्ठ अधिवक्ता सचिन दत्ता ने कहा कि इस संबंध में विशिष्ट निर्देश जारी करने होंगे। याचिकाकर्ताओं में से एक ‘नेशनल फेडरेशन ऑफ ब्लाइंड’ की ओर से पैरवी कर रहे वरिष्ठ अधिवक्ता एस के रूंगटा ने कहा कि खास परिस्थितियों में राज्य का दायित्व है । और भौतिक रूप से परीक्षा देने वाले दिव्यांग छात्रों को काफी कठिनाई होगी क्योंकि हॉस्टल अब भी बंद हैं और दिल्ली पहुंचकर वे कहां ठहरेंगे। इसके साथ ही, इस समय उचित परिवहन व्यवस्था भी उपलब्ध नहीं है। 

अदालत ने कहा, ‘‘दिल्ली विश्वविद्यालय को निर्देश दिया जाता है कि वह भौतिक रूप से परीक्षा में बैठने वाले दिव्यांग छात्रों की संख्या का पता लगाए और उनके ठहरने तथा परिवहन इत्यदि के तौर-तरीकों पर काम करे।’’ अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए ऑनलाइन ओपन बुक परीक्षा 10 अगस्त को शुरू हुई थी और यह 31 अगस्त को खत्म होगी। शुरू में विश्वविद्यालय के वकील ने कहा कि भौतिक रूप से परीक्षा 20 सितंबर से शुरू की जाएगी। इस पर अदालत ने प्रक्रिया तेज करने और आठ सितंबर से परीक्षा आयोजित करने का सुझाव दिया। 

विश्ववविद्यालय की ओर से पेश हुए अन्य वकील मोहिंदर रूपाल ने इस पर कहा कि उन्हें परीक्षा शुरू करने के लिए 31 अगस्त से कम से कम दो सप्ताह के समय की आवश्यकता है। अन्य याचिकाकर्ता की ओर से पेश हुए वकील माणिक डोगरा ने कहा कि सितंबर के पहले सप्ताह में छात्र को अस्थायी प्रमाणपत्र की आवश्यकता होगी क्योंकि उसने एक निजी विश्वविद्यालय में स्नातकोत्तर के लिए आवेदन किया है। 

अदालत ने पूछा कि क्या विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने कोई ऐसा परामर्श या निर्देश दिया है कि विश्वविद्यालय परीक्षाएं पूरी होने तक अस्थायी प्रमाणपत्र के लिए दबाव न बनाएं। वकील ने इस पर कहा कि ऐसा कोई परामर्श जारी नहीं किया गया है। उन्होंने मुद्दे पर निर्देश लेने के लिए समय मांगा। अदालत ने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग को परामर्श जारी करने और स्थिति स्पष्ट करने का निर्देश दिया और कहा कि अनेक छात्रों का भविष्य दांव पर है। 

टॅग्स :दिल्ली विश्वविद्यालयदिल्ली हाईकोर्ट
Open in App

संबंधित खबरें

बॉलीवुड चुस्कीDhurandhar Release Row: दिल्ली हाईकोर्ट ने CBFC से सर्टिफिकेशन से पहले शहीद मेजर मोहित शर्मा के परिवार की चिंताओं पर विचार करने को कहा

भारतपति क्रूरता साबित करने में नाकाम और दहेज उत्पीड़न आरोपों को ठीक से खारिज नहीं कर पाया, दिल्ली उच्च न्यायालय का अहम फैसला

बॉलीवुड चुस्कीसंजय कपूर संपत्तिः 30,000 करोड़ रुपये?, सारी संपत्ति पत्नी को देना ‘स्वस्थ परंपरा’, पत्नी प्रिया कपूर ने दिल्ली हाईकोर्ट में कहा, करिश्मा कपूर के बच्चों ने पेंच फंसाया?

क्राइम अलर्टरिश्वत का पैसा शेयर बाजार में निवेश कर मुनाफा कमाया तो अपराध से अर्जित आय माना जाएगा, दिल्ली हाईकोर्ट ने कहा-धन शोधन अपराध

भारतसहकर्मी की पत्नी से ‘अवैध संबंध’, मोबाइल, सोने का लॉकेट और ड्रेस उपहार में क्यों दी?, पति की अनुपस्थिति में घर जाना, बीएसएफ अधिकारी की बर्खास्तगी बरकरार

पाठशाला अधिक खबरें

पाठशालास्प्रिंगर नेचर ने ICSSR, दिल्ली में 'इंडिया रिसर्च टूर' के तीसरे संस्करण को दिखाई हरी झंडी

पाठशालापढ़ाई पर है पूरा ज़ोर, नहीं रहेगा बच्चा कमजोर

पाठशालासत्यार्थी समर स्कूल: 11 देशों के प्रतिभागियों ने किया दिल्ली और राजस्थान आश्रम का दौरा

पाठशालाJEE Advanced: मन में है विश्वास हम होंगे कामयाब?, लगन और जुनून तो मंज़िल मुश्किल नहीं

पाठशालारूस-यूक्रेन के डर के बीच किर्गिस्तान में मेडिकल पढ़ाई को मिल रहा नया ठिकाना