CBSE पेपर लीक: कांग्रेस ने मांगा शिक्षा मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और सीबीएसई चीफ का इस्तीफा
By पल्लवी कुमारी | Published: March 29, 2018 02:55 PM2018-03-29T14:55:06+5:302018-03-29T15:02:34+5:30
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा है कि मानव संसाधान विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और सीबीएसई चीफ अनीता करवाल को हटाए बिना मामले की निष्पक्ष जांच संभव नहीं है।
नई दिल्ली, 29 मार्च: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 10वीं गणित और 12वीं अर्थशास्त्र की परीक्षा फिर से करा रही है। सीबीएसई ने यह फैसला पेपर लीक के आरोपों के बाद लिया है। इस मामले पर कांग्रेस पार्टी ने मानव संसाधान विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और सीबीएसई चीफ अनीता करवाल के इस्तीफे की मांग की है।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा है कि मानव संसाधान विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और सीबीएसई चीफ अनीता करवाल को हटाए बिना मामले की निष्पक्ष जांच संभव नहीं है।
Without removing Union HRD Minister Prakash Javadekar and CBSE Chairperson Anita Karwal from their current positions, a fair and impartial investigation into this paper leak issue is impossible: Randeep Surjewala, Congress #CBSEPaperLeakpic.twitter.com/IIMCHeiZ5N
— ANI (@ANI) March 29, 2018
सुरजेवाला ने केंद्र सरकार को व्यापमं तथा एसएससी पेपर लीक मामले की याद दिलाते हुए कहा कि परीक्षाओं के पेपर लीक होने का सिलसिला चल रहा है। 2017 में 12वीं परीक्षा में मूलयांकन में भी गड़बड़ियां हुई थीं। उन्होंने सवाल किया कि ऐसे हालात के बावजूद सरकार ने दो साल तक सीबीएसई के चेयरमैन के पद पर नियुक्ति नहीं की है।
Post Vyapam & SSC now 3 papers of CBSE have also been leaked & as per students, some more papers have also been leaked. There was an error in evaluation of Class 12 exams in 2017. Why was the post of CBSE chairman left vacant for 2 years?: RS Surjewala, Congress #CBSEPaperLeakpic.twitter.com/FblcCXkygZ
— ANI (@ANI) March 29, 2018
इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी ट्वीट कर इस मामले में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर कटाक्ष किया था। राहुल गांधी ने कहा है यह सरकार केवल लीक करने वाली सरकार है। वहीं मानव संसाधान विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि 16 लाख बच्चों को पेपर कैंसिल होने से वो भी उतने ही दुखी हैं क्योंकि वे भी अभिभावक हैं। उन्होंने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का भरोसा भी दिलाया है।
पेपर लीक होने के बाद दिल्ली-एनसीआर में ताबड़तोड़ छापेमारी जारी है। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने इस मामले के आरोपियों को पकड़ने की हर संभव कोशिश कर रही है।
खबरों के मुताबिक पेपर लीक हो जाने के बाद महज कुछ ही घंटों में क्राइम ब्रांच ने दिल्ली-एनसीआर में दस जगहों पर छापेमारी की थी। क्राइम ब्रांच की जांच का फोकस पूरा इस बात पर है कि आखिर कैसे सीबीएसई के पेपर लीक हुए?
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सीबीएसई द्वारा दर्ज एफआईआर में बताया गया है कि 23 मार्च को एक फैक्स मिला था। जिसमें शाम साढ़े 4 बजे के आसपास सीबीएसई को फैक्स भेज कथित पेपर लीक में एक कोचिंग संचालक और दो स्कूलों के शामिल होने की जानकारी दी थी। इसमें बताया गया था कि राजेंद्र नगर सेक्टर 8 में चल रहे कोचिंग के संचालक और राजेंद्र नगर के ही 2 स्कूलों पर पेपर लीक करने का आरोप लगाया गया था। खबरों के मुताबिक अप्रैल के पहले हफ्ते के अंतिम दिनों में परीक्षा की तारीखों का ऐलान किया जाएगा।