पेपर से एक दिन पहले ही CBSE चीफ तक पहुँच गये थे लीक पेपर और आंसर, फिर भी हो गई परीक्षा
By पल्लवी कुमारी | Published: March 29, 2018 10:41 AM2018-03-29T10:41:33+5:302018-03-29T10:51:06+5:30
सीबीएसई ने कहा है कि अज्ञात शख्स की तरफ से 26 तारीख को शाम 6 बजे के आसपास 4 पेजों की हाथ से लिखी आंसर शीट मिली थी। बता दें कि12वीं इकनॉमिक्स की परीक्षा 27 मार्च और 10वीं गणित की परीक्षा 28 मार्च को हुई थी।
नई दिल्ली, 29 मार्च: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 10वीं गणित और 12वीं अर्थशास्त्र की परीक्षा फिर से करा रही है। सीबीएसई ने यह फैसला पेपर लीक के आरोपों के बाद लिया है। इन सबके बीच जो सबसे हैरान कर देने वाली खबर सामने आ रही है, उसके मुताबिक पेपर लीक करने वालों ने बोर्ड 10वीं गणित और 12वीं अर्थशास्त्र की हाथ से लिखी हुई आंसर शीट पहले ही सीबीएसई ऑफिस में पहुंचा दी थी।
12वीं अर्थशास्त्र की हाथ से लिखी हुई आंसर शीट सोमवार शाम को ही सीबीएसई के ऑफिस में पहुंचा दी गई थी। वहीं, 10वीं की गणित की हाथ से लिखी हुई आंसर शीट कॉपी बीते मंगवार को सीबीएसई के चेयरपर्सन को दे दी गई थी। ऐसे में यहां सबसे बड़ा एक सवाल ये खड़ा हो रहा है कि जब सीबीएसई को दोनों लीक पेपर पहले ही मिल गए थे, तो उन्होंने आखिर परीक्षाएं कराई ही क्यों...? पेपर लीक होने के बाद परीक्षा को कैंसिल क्यों नहीं किया गया? बता दें कि12वीं इकनॉमिक्स की परीक्षा 27 मार्च और 10वीं गणित की परीक्षा 28 मार्च को हुई थी।
CBSE in a complaint to Delhi Police says it received a fax on March 23 naming a person from Rajinder Nagar behind CBSE paper leak. This person, as per the complaint, runs a coaching institute. pic.twitter.com/0KLQ3GIQry
— ANI (@ANI) March 29, 2018
सीबीएसई ने शिकायत में बताया है कि अज्ञात शख्स की तरफ से 26 तारीख को शाम 6 बजे के आसपास 4 पेजों की हाथ से लिखी आंसर शीट मिली। यह आंसर शीट एक लिफाफे में कर सीबीएसई ऐकडमिक यूनिट को भेजी गई थी।
सीबीएसई द्वारा दर्ज एफआईआर में बताया गया है कि 23 मार्च को एक फैक्स मिला था। जिसमें शाम साढ़े 4 बजे के आसपास सीबीएसई को फैक्स भेज कथित पेपर लीक में एक कोचिंग संचालक और दो स्कूलों के शामिल होने की जानकारी दी थी। इसमें बताया गया था कि राजेंद्र नगर सेक्टर 8 में चल रहे कोचिंग के संचालक और राजेंद्र नगर के ही 2 स्कूलों पर पेपर लीक करने का आरोप लगाया गया था।
सीबीएसई ने यह भी बताया कि इस शिकायत को 24 मार्ट को ही रिजनल ऑफिस को फॉरवर्ड कर दिया गया था। जिसके बाद उसी दिन पुलिस को इस बात की सूचना दे दी गई थी।