कानपुर एनकाउंटर: शहीद पुलिसकर्मियों के परिजनों एक-एक करोड़ रुपये, पेंशन और सरकारी नौकरी, योगी आदित्यनाथ ने की घोषणा
By निखिल वर्मा | Published: July 3, 2020 05:39 PM2020-07-03T17:39:15+5:302020-07-03T17:49:43+5:30
कानपुर के चौबेपुर थानाक्षेत्र में 2 जुलाई की रात अपराधियों के साथ मुठभेड में एक पुलिस उपाधीक्षक सहित आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए
कानपुर एनकाउंटर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि जवानों की शहादत बेकार नहीं जाएगी। इसके लिए जिम्मेदार लोग बख्शे नहीं जाएंगे। योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि शहीदों के परिवार को एक करोड़ की मदद राशि, पेंशन और एक सरकारी नौकरी दी जाएगी। कानपुर एनकाउंटर में 8 पुलिसकर्मी शहीद हुए हैं और दो अपराधी भी मारे गए। इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कानपुर पहुंचकर सीधे अस्पताल गये, जहां उन्होंने घायल लोगों का हालचाल लिया। उन्होंने शहीद पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि भी अर्पित की।
In Kanpur encounter, our 8 policemen lost their lives & 2 criminals died. Sacrifice of our policemen won't go in vain. People responsible for this, won't be spared. Govt will provide an ex gratia of Rs 1 crore each to kin of deceased, pension & govt job: UP CM Yogi Adityanath pic.twitter.com/wItmVmCyYS
— ANI UP (@ANINewsUP) July 3, 2020
अपराधी जल्द होंगे जेल के भीतर
उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) हितेश चंद्र अवस्थी ने कहा है कि हम जल्द ही मामले की तह तक पहुंचेंगे। अवस्थी ने शुक्रवार को कहा, ‘‘पुलिस कार्रवाई हो रही है और दो अपराधी मुठभेड़ में मारे भी गये हैं। टीमें अभी भी कार्यरत हैं। सीमाएं सील कर दी गयी हैं और एसएसपी कई टीमों का 'सुपरविजन' कर रहे हैं । सबेरे से कार्रवाई हो रही है। इनमें यहां की और लखनऊ से आयी एसटीएफ की टीम भी लगी हुई है। हम जल्द ही मामले की तह तक पहुंचेंगे और अपराधियों को वहीं पहुंचाएंगे, जहां (जेल) उन्हें होना चाहिए।’’
इस सवाल पर कि क्या अपराधियों को पहले से जानकारी थी कि पुलिस यहां आने वाली है, अवस्थी ने कहा कि ये सारी संभावनाएं टीमें पता कर रही हैं और हर पहलू से जांच हो रही है। उनसे जब पूछा गया कि क्या वारदात में एके—47 का इस्तेमाल हुआ, डीजीपी ने कहा कि जांच के बाद ही यह बताया जा सकेगा कि कौन से हथियारों का इस्तेमाल अपराधियों ने किया।
नेपाल से सटे बलरामपुर में सतर्कता बढ़ाई
बदमाशों की तलाश में नेपाल से सटे बलरामपुर जिले की सीमाओं पर भी पुलिस ने निगरानी बढ़ा दी है। बदमाशों के नेपाल फरार होने की आशंका के चलते पड़ोसी देश जाने वाले रास्तों पर विशेष जांच अभियान चलाया जा रहा है । पुलिस अधीक्षक देवरंजन वर्मा ने शुक्रवार को बताया कि कानपुर में पुलिसकर्मियों की शहादत की घटना के बाद जिले की सभी सीमाओ पर निगरानी बढ़ा दी गई है।जिसके चलते श्रावस्ती,गोंडा और सिद्धार्थनगर से बलरामपुर की सीमा मे प्रवेश करने वाले वाहनों की सघन जांच की जा रही है