कौन थे अरविंदन बालकृष्णन, जिनकी लंदन की जेल में हुई मौत, जानिए यहां
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: April 9, 2022 06:41 PM2022-04-09T18:41:59+5:302022-04-09T18:47:59+5:30
81 साल के अरविंदन बालकृष्णन को 6 साल पहले ब्रिटेन की कोर्ट ने रेप मामले में दोषी पाते हुए 23 साल जेल की सजा सुनाई थी। बालकृष्णन ने लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में पढ़ाई की थी।
लंदन:रेप कांड के दोषी और लंदन में माओवादी संगठन की बागडोर संभालने वाले भारतीय मूल के अरविंदन बालकृष्णन की शुक्रवार को दक्षिण-पश्चिम इंग्लैंड में एचएमपी डार्टमूर जेल में मौत हो गई है।
81 साल के अरविंदन बालकृष्णन को 6 साल पहले ब्रिटेन की कोर्ट ने रेप मामले में दोषी पाते हुए 23 साल जेल की सजा सुनाई थी। साल 2016 में लंदन की कोर्ट ने अरविंदन बालकृष्णन महिलाओं पर अश्लील हमले के छह मामलों, रेप के चार मामलों और शारीरिक चोट पहुंचाने के दो मामलों में इस सजा को सुनाई गई थी।
जूरी ने अरविंदन बालकृष्णन को दिसंबर 2015 में उस मामले में दोषी ठहराया था, जिसमें बालाकृष्णन पर आरोप था की उन्होंने अपनी बेटी को बर्बर तरीके से 30 तक कैद में बंद करके रखा। कोर्ट ने बालाकृष्णन की बेटी ने अपने बयान में कहा था, "वो स्थिति बेहद भयानक, अमानवीय और अपमानजनक थी।"
जज ने जनवरी 2016 में बालकृष्णन को सजा सुनाते हुए अपने फैसले में बालाकृष्णन को कहा, "आपने अपनी बेटी को एक सामना समझा न की उसे व्यक्ति माना। बेटी को बाहरी दुनिया से बचाने के लिए आपने जघन्यतम कृत्य किया है और उसके लिए आपने बेहद क्रूर वातावरण बनाया।"
मालूम हो कि केरल के एक गांव में पैदा हुए बालकृष्णन ने लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में पढ़ाई की थी। साल 1963 में यूके जाने से पहले बालाकृष्णन सिंगापुर और मलेशिया में भी रहे थे। वहीं पर बाला की मुलाकात चंदा से हुई, जिनसे उन्होंने साल 1969 में शादी कर ली थी।
लंदन की स्कॉटलैंड यार्ड पुलिस ने नवंबर 2013 में दक्षिण लंदन के ब्रिक्सटन में बाला के फ्लैट पर छापा मारा, जब दो महिलाओं ने रेप के मामले में बाला पर आरोप लगाया था।
बालकृष्णन ने महिलाओं द्वारा लगाये गये रेप के आरोप का खंडन करते हुए जूरी के सामने कहा कि वह "ईर्ष्यालु" महिलाओं के बीच यौन "प्रतिस्पर्धा के बीच में फंस गये थे। इस मामले में स्कॉटलैंड यार्ड के जासूसों ने लंबी जांच के बाद बाला के खिलाफ सारे सबूत कोर्ट में पेश किये, जिसके बाद उन्हें सजा हुई।