पश्चिम बंगाल के आसनसोल जिले में टीएमसी पार्षद खालिद खान की गोली मारकर 24 अगस्त की रात हत्या कर दी गई थी। घटना के दो दिन बाद भी इस मामले में पुलिस ने फिलहाल किसी को गिरफ्तार नहीं किया है। जिसको लेकर विरोध प्रदर्शन में पार्षद के समर्थक और टीएमसी कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए हैं। स्थिति को काबू में लाने के लिए पुलिस को रैपिड ऐक्शन फोर्स के जवानों को आसनसोल में तैनात करना पड़ा है। हालांकि पुलिस ने इस बात का भरोसा दिलाया है कि आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जायेगा।
24 अगस्त की रात बाइक सवार बदमाशों ने कुल्टी के मनबेड़िया इलाके से पार्षद खालिद खान की गोली मारकर कर दी थी। शनिवार रात को खाना खाने के बाद खालिद घर के बाहर टहलने के लिए निकले थे। इसी दौरान रात साढ़े ग्यारह बजे के करीब अज्ञात बाइकरों ने उन पर हमला बोल दिया। खान के भाई अरमान ने बताया कि वह इलाके के वह लोकप्रिय नेता थे और इसलिए उनके दुश्मन भी थे। पार्टी के अंदर ही उनके कई विरोधी थे जो चाहते थे कि वह चले जाएं।
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक आसनसोल नगरपालिका के वार्ड नंबर 66 के पार्षद खालिद खान की हत्या की वजह पार्टी के अंदर ही उनके विरोधी हो सकते हैं। वहीं बंगाल के उपभोक्ता मंत्री साधन पांडे ने हत्या का आरोप बीजेपी पर लगाया है। इस मामले में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा है कि उनकी पार्टी का इस हत्या कांड से कोई लेना-देना नहीं है। पुलिस के मुताबिक कुछ साल पहले भी खालिद खान के हत्या की कोशिश की गई थी।