बिहार के दो कुख्यात अपराधियों को वाराणसी पुलिस ने किया ढेर, दरोगा को गोली मारकर लूटी थी पिस्टल
By आशीष कुमार पाण्डेय | Updated: November 21, 2022 15:16 IST2022-11-21T15:06:15+5:302022-11-21T15:16:28+5:30
वाराणसी पुलिस ने बिहार के दो कुख्यात अपराधियों रजनीश सिंह और मनीष सिंह को मुठभेड़ में मार गिराया है। दोनों दुर्दांत अपराधियों ने महज चंद दिनों पहले ही वाराणसी के जगतपुर में लक्सा थाने पर तैनात दरोगा अजय यादव को दिन-दहाड़े गोली मारकर सरकारी पिस्टल लूट ली थी।

मारे गये बदमाशों के बरामद हुए असलहे
वाराणसी:बिहार के दो दुर्दांत अपराधियों को यूपी के वाराणसी कमिश्नरेट की क्राइम ब्रांच और बड़ागांव पुलिस ने मिलकर आज तड़के ढेर कर दिया है। जानकारी के मुताबिक वाराणसी पुलिस के हाथों मुठभेड़ में मारे गये रजनीश सिंह और मनीष सिंह नाम के दोनों कुख्यात अपराधियों ने महज चंद दिनों पहले वाराणसी के जगतपुर में लक्सा थाने पर तैनात दरोगा अजय यादव को दिन-दहाड़े गोली मारकर सरकारी पिस्टल लूट ली थी।
वाराणसी पुलिस के मुताबिक मारे गये दोनों अपराधी सगे भाई थे और जुर्म की दुनिया में बेहद शातिर माने जाते थे। दोनों बदमाश इतने चालाक थे कि ये बिहार पुलिस की चंगुल से महज ढाई महीने पहले उस समय फरार हो गये थे, जब पुलिस उन्हें बिहार के बाढ़ कोर्ट में पेश करने के लिए ले गई थी। इन दोनों अपराधियों के खात्मे से बिहार पुलिस ने भी राहत की सांस ली है।
बड़ागांव में हुए मुठभेड़ के बाद वाराणसी के पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश ने बताया कि रजनीश सिंह और मनीष सिंह को पुलिस गोलियों से मारे गये लेकिन इतना तीसरा साथी पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया है। इस संबंध में पुलिस कमिश्नर ने बताया कि वाराणसी में आज मारे गए दोनों बदमाश रजनीश सिंह और मनीष सिंह तीसरे भाई लल्लन सिंह समेत 9 सितंबर 2022 को पटना की बाढ़ जिला अदालत के शौचालय की दीवार तोड़कर फरार हो गए थे, तभी से बिहार पुलिस भी इनकी तलाश में थी। फरारी के बाद तीनों भाई बिहार से भागकर वाराणसी में आ गये थे और यहीं पर छुपे हुए थे।
दो मृत और तीसरे फरार भाइयों ने छह मार्च, 2017 को पटना के बेलछी थाना क्षेत्र के बाघाटिलहा गांव के समीप पीएनबी बैंक की शाखा से बदमाशों ने दिनदहाड़े 60 लाख रुपये लूट लिए थे। इस दौरान बैंक के गार्ड योगेश्वर पासवान, सुरेश सिंह और चालक अजित यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसके अलावा तीनों पर पूर्व मे बिहार के एक दारोगा की भी हत्या का आरोप था
ये सभी बिहार के समस्तीपुर जिले के किसी गांव पर रहता है। तीनों के अलावा इनका एक और भाई है, जो किसी अन्य संगीन जुर्म में झारखंड की जेल में बन्द है और ये सभी भाई मिलकर बिहार में संगठित गिरोह के जरिये आपराधिक घटनाओ को अंजाम दे रहे थे।