मानसिक रूप से कमजोर युवक को ग्रामीणें ने जमकर पीटा, मौत, लोगों ने कहा- बालक पर दराती से हमला किया और बाइक छीन ली थी
By भाषा | Published: June 19, 2020 02:55 PM2020-06-19T14:55:47+5:302020-06-19T14:55:47+5:30
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में गांव के लोगों ने मानसिक रूप से कमजोर शख्स की जान ले ली। गांव के लोगों का कहना है कि एक आदमी से बाइक छीन ली थी।
सहारनपुरः उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले मे बीती रात थाना देवबंद के अन्तर्गत एक गांव में मानसिक रूप से कमजोर एक युवक को ग्रामीणें ने जमकर पीटा जिससे उसकी मौत हो गई।
शहर पुलिस अधीक्षक विनीत भटनागर ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि जिले के थाना देवबंद के अन्तर्गत ग्राम इमलिया निवासी इसरार मानसिक रूप से कमजोर था। उसने बृहस्पतिवार शाम को ग्राम डेहरा में सात वर्षीय एक बालक पर दराती से हमला कर दिया जिससे बच्चा जख्मी हो गया। उन्होंने बताया कि इससे पूर्व इसरार ने एक युवक की बाइक छीन ली थी।
भटनागर ने कहा कि नाराज ग्रामीणों इसरार को चोर समझकर उसे घेर लिया और लाठी-डण्डों से पीट दिया जिससे वह बुरी तरह घायल हो गया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और घायल इसरार को उपचार के लिये जिला चिकितसालय मे भर्ती कराया गया। जहां देर रात उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया है।
दलित दूल्हे के घोड़े पर बैठने को लेकर बदसलूकी एवं मारपीट, चार आरोपी गिरफ्तार
छतरपुर जिला मुख्यालय से करीब 24 किलोमीटर दूर छापर गांव में एक दलित दूल्हे को घोड़े में बैठाने से नाराज चार सवर्ण लोगों द्वारा जातिसूचक शब्दों से उसे अपमानित करने, घोड़े से जबरदस्ती उतारने का प्रयास करने, धमकी देने एवं मारपीट करने का मामला सामने आया है। इस मामले में चारों आरोपियों को बुधवार को गिरफ्तार कर लिया गया है। सटई पुलिस थाना प्रभारी दीपक यादव ने बुधवार को बताया, ''यह घटना 15 जून को छापर गांव में हुई।
इस मामले में दूल्हे राजेश अहिरवार के पिता शोभा लाल अहिरवार की शिकायत पर सोमवार देर रात को ब्रजेंद्र यादव, राकेश यादव, कृष्ण पाल यादव और महिपाल यादव के खिलाफ भादंवि की धारा 294 (अश्लील कार्य), 323 (मारपीट), 506 (धमकी देना) एवं 34 के साथ—साथ अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। ये सभी आरोपी छापर गांव के ही हैं।'' उन्होंने कहा कि चारों आरोपियों को बुधवार को गिरफ्तार कर लिया गया है और मामले की विस्तृत जांच जारी है। वहीं, दूल्हे राजेश अहिरवार ने बताया कि बारात जाने के पहले हमारे गाँव में राक्ष घुमाने (देवी पूजन के लिए दूल्हे एवं उसके परिजनों के जाने) की परम्परा है।
उसने बताया कि इसीलिए 15 जून की शाम को मेरी बारात जाने से कुछ मिनट पहले मैं देवी मंदिर में चढ़ावा चढ़ाने के लिए घोड़े पर सवार होकर अपने परिजनों के साथ गया था। उन्होंने कहा कि जब हम छापर गांव से निकल रहे थे, तभी महिपाल यादव ने घोड़े की लगाम पकड़ ली और चारों आरोपी मुझे घोड़े से गिराने लगे। लेकिन मेरे साथ चल रहे लोगों के कहने पर वे रुक तो गये, पर हम लोगों को जातिसूचक शब्दों से अपमानित करने के साथ—साथ अपशब्द कहने लगे।
राजेश ने बताया कि इसके बाद हमें कहने लगे की दोबारा गांव में घोड़े में बैठकर मत आना। उन्होंने कहा कि इन आरोपियों ने हमें धमकी दी कि इस घटना की शिकायत यदि तुमने पुलिस में की तो जान से मार देंगे। राजेश ने बताया कि इन आरोपियों ने फिर घोड़े वाले को बुरी तरह से पीटा भी है।