उन्नाव रेप पीड़िता एक्सीडेंट केस में बीजेपी का एक और नेता FIR में आरोपी, यूपी के मंत्री का दामाद है ये शख्स!
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: August 2, 2019 08:32 IST2019-08-02T08:32:02+5:302019-08-02T08:32:02+5:30
रविवार 28 जुलाई को उन्नाव रेप पीड़िता के कार का एक्सीडेंट रायबरेली में हो गया था। जिसमें पीड़िता की चाची और मौसी की मौत हो गई है। एक्सीडेंट के चार दिन बाद भी पीड़िता और उसके वकील की हालात गंभीर है।

उन्नाव रेप पीड़िता एक्सीडेंट केस में बीजेपी का एक और नेता FIR में आरोपी, यूपी के मंत्री का दामाद है ये शख्स!
उन्नाव रेप पीड़िता के साथ एक्सीडेंट पर सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई करते हुये इससे जुड़े सभी मामलों को यूपी से दिल्ली ट्रांसफर करने का आदेश दिया है। साथ ही कोर्ट ने कहा कि इस मामले पर दिन-प्रतिदिन सुनवाई हो और 45 दिन में ट्रॉयल पूरा किया जाए। इस केस में हर दिन एक नया खुलासा हो रहा है। सीबीआई ने जो इस मामले में बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के अलावा 9 लोगों पर एफआईआर दर्ज की है, उसमें बीजेपी के एक और नेता का नाम शामिल है। सीबीआई द्वारा दर्ज की गई एफआईआर में अरुण सिंह को भी आरोपी बनाया गया है। अरुण सिंह बीजेपी के कार्यकर्ता और नेता हैं। उन्नाव में ब्लॉग नवाबगंज के अध्यक्ष भी हैं। रविवार 28 जुलाई को उन्नाव रेप पीड़िता के कार का एक्सीडेंट रायबरेली में हो गया था। जिसमें पीड़िता की चाची और मौसी की मौत हो गई है। एक्सीडेंट के चार दिन बाद भी पीड़िता और उसके वकील की हालत गंभीर है।
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट में ये दावा किया जा रहा है कि अरुण सिंह उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री रणवेंद्र प्रताप सिंह के दामाद है। रणवेंद्र प्रताप सिंह यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार में कृषि राज्य मंत्री और कृषि शिक्षा एवं शोध मंत्री हैं।
सीबीआई एफआईआर में ये हैं 10 नामजद लोग
एफआईआर लिस्ट में शामिल दस नामों में सातवें नंबर पर नाम आरोपी अरुण सिंह का है। रेप पीड़िता ऐक्सिडेंट मामले में सीबीआई ने दस लोगों के खिलाफ नामजद और 15-20 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। मंगलवार देर रात दर्ज हुई इस एफआईआर में कुलदीप सिंह सेंगर, मनोज सिंह सेंगर, विनोद मिश्रा, हरिपाल सिंह, नवीन सिंह, कोमल सिंह, अरुण सिंह, ज्ञानेंद्र सिंह, रिंकू सिंह, वकील अवधेश सिंह का नाम शामिल है।
रणवेंद्र सिंह फतेहपुर जिले की एक सीट से बीजेपी विधायक हैं। यह वही स्थान है जहां के ट्रक मालिक और ड्राइवर हैं। एफआईआर में यह दावा किया गया है कि अरुण सिंह और कुछ और लोग रेप पीड़ित परिवार को धमका रहे थे कि वह केस वापस ले ले।
उन्नाव रेप मामले में पीड़िता की सुरक्षा में तैनात तीन पुलिस कर्मियों को लापरवाही बरतने के लिए सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं, बीजेपी ने विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को पार्टी से निकाल दिया है।
क्या था पूरा उन्नाव रेप केस का मामला
जून 2017 को पीड़िता ने आरोप लगाया था कि उन्नाव से बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर ने उसका रेप किया था। मामले में पहले तो यूपी पुलिस ने विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के खिलाफ एफआईआर लिखने से मना कर दिया था। लेकिन अप्रैल 2018 को पीड़िता ने विधायक के खिलाफ एफआईआर की मांग करते हुए लखनऊ में मुख्यमंत्री आवास के बाहर आत्मदाह करने की कोशिश की। जिसके बाद मामले की जांच शुरू हुई। इसी बीच अप्रैल 2018 को पीड़िता के पिता की पुलिस कस्टडी में मौत हो गई। जिसका आरोप भी विधायक पर लगा। मामले को बाद में सीबीआई को सौंपा गया। सीबीआई ने जुलाई 2018 में पहली चार्जशीट दाखिल की, जिसमें कुलदीप सेंगर को मुख्य आरोपी बनाया गया। जिसके बाद आरोपी विधायक को गिरफ्तार कर लिया गया। हालांकि बाद में आरोप विधायक को जमानत दे दी गई। इस केस में अभी अंतिम फैसला नहीं आया है।