उन्नाव रेप पीड़िता के साथ हुये रोड एक्सीडेंट में एक नया खुलासा हुआ है। यूपी पुलिस ने दावा किया है कि जिस ट्रक से एक्सीडेंट हुआ है वो फतेहपुर के प्रगतिशील समाजवादी पार्टी नेता नंदू पाल के बड़े भाई देवेंद्र पाल का है। पुलिस के मुताबिक देवेंद्र पाल ललौली थाना क्षेत्र के मुत्तोर गांव का रहने वाला है। पुलिस ने उसकी जांच शुरू कर दी है। हालांकि इससे पहले दावा किया जा रहा था कि ट्रक समाजवादी पार्टी के बड़े भाई का है।
उत्तर प्रदेश पुलिस ने उन्नाव रेप पीड़िता की दुर्घटना के मामले में आरोपी बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर और नौ अन्य लोगों के खिलाफ हत्या का एफआईआर दर्ज कर लिया है। रविवार 28 जुलाई को उन्नाव रेप पीड़िता के कार का एक्सीडेंट रायबरेली में हो गया था। जिसमें पीड़िता की चाची और मौसी की मौत हो गई है।
वहीं, पीड़िता और उसके वकील की हालात गंभीर है। पीड़िता ने साल 2017 में उन्नाव के भाजपा विधायक सेंगर पर बलात्कार का आरोप लगाया था। इस मामले में सेंगर को गिरफ्तार किया गया था। इस वक्त सेंगर जेल में हैं। रेप पीड़िता के चाचा महेश सिंह की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया गया, जो रायबरेली जेल में बंद हैं।
सपा नेता ने स्थानीय मीडिया से ट्रक के बारे में बात करते हुये कहा है, बेवजह इसे साजिश बताकर मामले को भड़काया जा रहा है। हम लोग बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को जानते तक नहीं हैं, बस नाम सुना है। उन्होंने यह भी कहा है कि अगर सरकार को लगता है कि ये किसी भी तरह का कोई साजिश है तो चाहे तो सीबीआई जांच की मांग करा ले।
सीबीआई जांच की सिफारिश
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने उन्नाव से बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर रेप का आरोप लगाने वाली पीड़िता की रायबरेली में हुई सड़क दुर्घटना की जांच सीबीआई को देने की सिफारिश की है।
जानें क्या उन्नाव रेप मामला
जून 2017 को पीड़िता ने आरोप लगाया था कि उन्नाव से बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर ने उसका रेप किया था। मामले में पहले तो यूपी पुलिस ने विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के खिलाफ एफआईआर लिखने से मना कर दिया था। लेकिन अप्रैल 2018 को पीड़िता ने विधायक के खिलाफ एफआईआर की मांग करते हुए लखनऊ में मुख्यमंत्री आवास के बाहर आत्मदाह करने की कोशिश की। जिसके बाद मामले की जांच शुरू हुई। इसी बीच अप्रैल 2018 को पीड़िता के पिता की पुलिस कस्टडी में मौत हो गई। जिसका आरोप भी विधायक पर लगा। मामले को बाद में सीबीआई को सौंपा गया। सीबीआई ने जुलाई 2018 में पहली चार्जशीट दाखिल की, जिसमें कुलदीप सेंगर को मुख्य आरोपी बनाया गया। जिसके बाद आरोपी विधायक को गिरफ्तार कर लिया गया। हालांकि बाद में आरोप विधायक को जमानत दे दी गई। इस केस में अभी अंतिम फैसला नहीं आया है।