उत्तर प्रदेश पुलिस ने उन्नाव रेप पीड़िता की दुर्घटना के मामले में आरोपी बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर और नौ अन्य लोगों के खिलाफ हत्या का एफआईआर दर्ज कर लिया है। ये एफआईआर पीड़िता के भाई और चाचा ने करवाई है। यूपी पुलिस के पास दर्ज एफआईआर में एक नई बात सामने आई है। चाचा द्वारा दर्ज करवाये गये एफआईआर में दावा किया गया है कि उन्नाव रेप पीड़िता की सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मियों ने ही उसकी गतिविधियों की सूचना बीजेपी विधायक विधायक कुलदीप सेंगर को दी थी। रविवार 28 जुलाई को उन्नाव रेप पीड़िता के कार का एक्सीडेंट रायबरेली में हो गया था। जिसमें पीड़िता की चाची और मौसी की मौत हो गई है। वहीं पीड़िता और उसके वकील की हालात गंभीर है। पीड़िता ने साल 2017 में उन्नाव के भाजपा विधायक सेंगर पर बलात्कार का आरोप लगाया था। इस मामले में सेंगर को गिरफ्तार किया गया था। इस वक्त सेंगर जेल में हैं।
एफआईआर में कहा गया है कि 'कार दुर्घटना में लड़की को जान से मारने की साजिश थी। पीड़िता के चाचा की तरफ से दर्ज कराई गई एफआईआर में पुलिस ने बताया कि लड़की की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों ने उसके यात्रा प्लान की जानकारी बीजेपी विधायक कुलदीप सेंगर और उसके सहयोगियों तक पहुंचाई।
पीड़िता की मां ने संवाददाताओं से बातचीत के दौरान आरोप लगाया है कि यह हादसा नहीं बल्कि हम सबको खत्म करने की साजिश थी। पुलिस ने बताया, रायबरेली में हुए हादसे में रेप पीड़िता की दो महिला रिश्तेदारों की मौत के मामले में भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर समेत 10 लोगों के खिलाफ नामजद, तथा 15-20 अज्ञात लोगों पर आईपीसी की धारा 302 (हत्या), 307 (हत्या की कोशिश), 506 (डराने धमकाने), 120 बी (आपराधिक साजिश रचने) का मामला दर्ज किया गया है।
सदन में भी उठा उन्नाव रेप पीड़िता की दुर्घटना का मामला
कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस घटना को लेकर भाजपा सरकार पर निशाना साधा। वहीं, समाजवादी पार्टी के नेता राम गोपाल यादव ने संसद में यह मामला उठाते हुए आरोप लगाया कि दुष्कर्म पीड़िता को जान से मारने का प्रयास किया गया। इस मुद्दे पर हुए शोरगुल को लेकर कुछ देर तक के लिए राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।
रामगोपाल ने कहा कि पीड़िता को मुहैया किया गया सुरक्षाकर्मी हादसे के वक्त उसके साथ नहीं था और हादसे में शामिल ट्रक का नंबर प्लेट भी ग्रीस से पोत दिया गया था। महेश सिंह ने तहरीर में आरोप लगाया है कि जेल में बंद विधायक कुलदीप सिंह सेंगर अपने साथियों के नंबर पर फोन मिला कर उसके घर पर जबरन बात किया करते थे और धमकी देते थे कि अगर जिंदा रहना है तो सारे मुकदमों में बयान बदल दो।
क्या था पूरा उन्नाव रेप केस मामला
जून 2017 को पीड़िता ने आरोप लगाया था कि उन्नाव से बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर ने उसका रेप किया था। मामले में पहले तो यूपी पुलिस ने विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के खिलाफ एफआईआर लिखने से मना कर दिया था। लेकिन अप्रैल 2018 को पीड़िता ने विधायक के खिलाफ एफआईआर की मांग करते हुए लखनऊ में मुख्यमंत्री आवास के बाहर आत्मदाह करने की कोशिश की। जिसके बाद मामले की जांच शुरू हुई। इसी बीच अप्रैल 2018 को पीड़िता के पिता की पुलिस कस्टडी में मौत हो गई। जिसका आरोप भी विधायक पर लगा। मामले को बाद में सीबीआई को सौंपा गया। सीबीआई ने जुलाई 2018 में पहली चार्जशीट दाखिल की, जिसमें कुलदीप सेंगर को मुख्य आरोपी बनाया गया। जिसके बाद आरोपी विधायक को गिरफ्तार कर लिया गया। हालांकि बाद में आरोप विधायक को जमानत दे दी गई। इस केस में अभी अंतिम फैसला नहीं आया है।