उत्तर प्रदेश उन्नाव की रेप पीड़िता की हालत बेहद नाजुक बताई जा रही है। गुरुवार (5 दिसंबर) को पीड़िता को इलाज के लिए हवाई एंबुलेंस से दिल्ली लाया गया था। पीड़िता दिल्ली स्थित महावीर मेडिकल कॉलेज (सफदरजंग अस्पताल) भर्ती है।
शुक्रवार (6 दिसंबर) को सफदरजंग अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर सुनील गुप्ता ने बताया कि पीड़िता की बचने की उम्मीद न के बराबर है। उन्होंने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, ''पीड़िता की हालत बहुत नाजुक है। उसके बचने की न्यूनतम संभावनाएं हैं। अब, हमने उसे वेंटिलेटर पर रखा है।''
पांचों आरोपियों ने पीड़िता पर मिट्टी का तेल डालकर उसे आग के हवाले कर दिया। आग के लपटों के साथ पीड़ता चीखती हुई भागी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पीड़िता करीब एक किलोमीटर तक भागी और पुलिस थाने पहुंची। मामला मीडिया में आने के बाद वारदात को लेकर शासन और प्रशासन सक्रिय हुए।
दोपहर तक पुलिस ने सभी पांचों आरोपियों को दबोच लिया। तब तक देशभर से मामले पर प्रतिक्रियाएं आने लगी। समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने मामले को लेकर उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार को जमकर घेरा। शाम को फैसला लिया गया कि पीड़िता को इलाज के लिए तुरंत लखनऊ से दिल्ली लाया जाए। हालांकि, सीएम योगी आदित्यनाथ ने घोषणा की कि दोषियों को जल्द से जल्द सजा मिलेगी और पीड़िता का इलाज सरकारी खर्च पर होगा।
बता दें कि उन्नाव का यह मामला हो या देश में कहीं घट रहे महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामलों ने देशभर में एक गुस्से का महौल बनाया है। शुक्रवार की सुबह हैदराबाद के दिशा रेप-हत्याकांड माममे के सभी चारों आरोपियों के पुलिस एनकाउंटर में मारे जाने के बाद आम लोगों के बीच खुशी देखी जा रही है।