पश्चिम बंगाल के पुरुलिया में टीएमसी नेता धनंजय चौबे की हत्या, आरोपी शाजापुर के बेरछा से गिरफ्तार, मजदूर बनकर रह रहा था, पुलिस ने ऐसे धर दबोचा
By नईम क़ुरैशी | Published: July 27, 2023 08:50 PM2023-07-27T20:50:04+5:302023-07-27T20:53:06+5:30
आरोपी अवधेश पाण्डे को जिला मुख्यालय से 15 किमी स्थित बेरछा से पश्चिम बंगाल पुलिस शाजापुर पुलिस की मदद से गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई.
शाजापुर: पश्चिम बंगाल के पुरुलिया में टीएमसी नेता धनंजय चौबे की हत्या के आरोपी को पश्चिम बंगाल पुलिस ने शाजापुर के बेरछा से गिरफ्तार किया है। आरोपी मजदूर बनकर रह रहा था। टीएमसी नेता धनंजय चौबे की हत्या के बाद पश्चिम बंगाल में जगह-जगह बवाल हुआ था.
आरोपी अवधेश पाण्डे को जिला मुख्यालय से 15 किमी स्थित बेरछा से पश्चिम बंगाल पुलिस शाजापुर पुलिस की मदद से गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई. आरोपी मूलतः बिहार का रहने वाला है। शाजापुर जिला देश की कई बड़ी गतिविधियों में चर्चा में रहा है.
गुजरात के अक्षरधाम हमले में सन 1998-99 में जिस आतंकी का नाम आया था, वह ग्राम मोरटा का था और उसका पासपोर्ट ग्राम पनवाड़ी के पते से बना था. इस मामले में पनवाड़ी और मोरटा से कई लोगों की गिरफ्तारी हुई थी. यह मामला उस समय पूरे देश में सुर्खियों में था.
2008 में मालेगांव विस्फोट के मामले में शाजापुर का नाम सुर्खियों में आया था. यहां से दुपाड़ा के कई लोगों को मुंबई एटीएस ने गिरफ्तार किया था. 2009 में समझौता एक्सप्रेस में विस्फोट को लेकर कालापीपल के खरदोनकलां से दो लोगों को हिरासत में लिया था. इंदौर में प्रतिबंधित संगठन सिमी के जो सदस्य पकड़े गए थे.
उनकी डायरी में शाजापुर शहर के महूपुरा के कई लोगों के नाम थे. 2001 में शाजापुर शहर में प्रतिबंधित सिमी के पोस्टर भी जब्त किए गए थे और शाजापुर शहर के महूपुरा से आधा दर्जन लोगों को सिमी की गतिविधियों में शामिल होने पर गिरफ्तार किया गया था. प्रतिबंधित संगठन पीएफआई भी शाजापुर जिले में सक्रिय है.
पश्चिम बंगाल पुलिस ने एक आरोपी की गिरफ्तारी के सन्दर्भ में सहयोग मांगा था, स्थानीय बल की मदद से आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद शाजापुर न्यायालय में पेश किया गया। रिमांड मिलने पर पश्चिम बंगाल पुलिस आरोपी को साथ ले गई है.