टीआईएसएस की रिपोर्ट में मुजफ्फरपुर सहित 17 बाल गृहों की स्थिति पर चिंता जतायी गयी

By पुण्य प्रसून बाजपेयी | Published: August 17, 2018 02:43 AM2018-08-17T02:43:08+5:302018-08-17T02:43:08+5:30

बिहार के समाज कल्याण विभाग ने मुंबई के टाटा इंस्टीट्यूट आफ सोशल साइंस (टीआईएसएस) द्वारा सौंपी गयी उस सामाजिक अंकेक्षण रिपोर्ट को आज सार्वजनिक कर दिया

TISS report raises concern over the status of 17 child houses including Muzaffarpur | टीआईएसएस की रिपोर्ट में मुजफ्फरपुर सहित 17 बाल गृहों की स्थिति पर चिंता जतायी गयी

टीआईएसएस की रिपोर्ट में मुजफ्फरपुर सहित 17 बाल गृहों की स्थिति पर चिंता जतायी गयी

पटना, 17 अगस्त : बिहार के समाज कल्याण विभाग ने मुंबई के टाटा इंस्टीट्यूट आफ सोशल साइंस (टीआईएसएस) द्वारा सौंपी गयी उस सामाजिक अंकेक्षण रिपोर्ट को आज सार्वजनिक कर दिया जिसके आधार पर मुजफ्फरपुर बालिका गृह में 34 लडकियों के यौन शोषण का मामला प्रकाश में आया। रिपोर्ट में इन बाल गृहों की स्थिति पर तुरंत ध्यान देने की जरूरत पर बल दिया गया है।

समाज कल्याण विभाग ने यह रिपोर्ट वेबसाइट पर प्रकाशित किया है। गत 27 अप्रैल को सौंपी गयी चार खंडों की इस रिपोर्ट में मुजफ्फरपुर जिला में स्वयंसेवी संगठन सेवा संकल्प एवं विकास समिति द्वारा संचालित बालिका गृह के साथ ही प्रदेश में संचालित कुल 17 अल्पावास गृह, आश्रय गृह एवं बाल गृहों की स्थिति को गंभीर चिंता का विषय बताया गया है।

रिपोर्ट में मुजफ्फरपुर बालिका गृह के साथ ही मोतिहारी में 'निर्देश' द्वारा संचालित बाल गृह, भागलपुर में 'रूपम प्रगति समाज समिति' द्वारा संचालित बाल गृह, मुंगेर में 'पनाह' द्वारा संचालित बाल गृह, गया में 'डोर्ड' द्वारा संचालित बाल गृह, अररिया में सरकार द्वारा संचालित बाल संप्रेक्षण गृह, पटना में इकार्ड द्वारा संचालित अल्पावास गृह, मोतिहारी में 'सखी' द्वारा संचालित अल्पावास गृह का भी नाम लिया गया है। 

इसके अलावा मुंगेर में 'नोवेल्टी वेल्फेयर सोसाईटी' द्वारा संचालित अल्पावास गृह, मधेपुरा में 'महिला चेतना विकास मंडल द्वारा संचालित अल्पावास गृह, कैमूर में 'ग्राम सेवा स्वराज संस्था' द्वारा संचालित अल्पावास गृह, मुजफ्फरपुर में ओम साई फाउंडेशन द्वारा संचालित सेवा कुटीर , गया में 'मेटा बुद्धा ट्रस्ट' द्वारा संचालित सेवा कुटीर और पटना में डानबोस्को टेक सोसाईटी द्वारा संचालित कौशल कुटीर तथा तीन एडोपशन एजेंसी पटना के नारी गुंजन, मधुबनी के रवेस्क और कैमूर के ज्ञान भारती का भी जिक्र किया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इन स्थानों पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है।

Web Title: TISS report raises concern over the status of 17 child houses including Muzaffarpur

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