तबरेज अंसारी लिंचिंग केस में 13 आरोपियों पर झारखंड पुलिस ने फिस से दर्ज किया हत्या का मुकदमा, वायरल वीडियो पर टिका है पूरा मामला
By पल्लवी कुमारी | Published: September 19, 2019 09:37 AM2019-09-19T09:37:05+5:302019-09-19T09:37:05+5:30
तबरेज अंसारी मॉब लिंचिंग केस: तबरेज अंसारी की भीड़ ने चोरी के आरोप 17 जून 2019 को पिटाई की थी। सोशल मीडिया पर आए इस घटना के वीडियो में अंसारी को एक खंभे से बांध कर पिटाई करते देखा गया।
तबरेज अंसारी मॉब लिंचिंग मामले में झारखंड पुलिस ने फिर से 13 आरोपियों के खिलाफ धारा 302 के तहत हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। इससे पहले झारखंड के सरायकेला के पुलिस ने सभी 13 आरोपियों के खिलाफ हत्या का आरोप हटा दिया था। पुलिस ने नए मेडिकल रिपोर्ट के आधार नई चार्जशीट बनाई है। इससे पहले तबरेज की पत्नी ने इस मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की थी। इसके साथ ही धमकी दी थी कि अगर उन्हें इंसाफ नहीं मिला तो वह आत्महत्या कर लेंगी। तबरेज अंसारी की 17 जून 2019 को भीड़ ने बाइक चोरी के शक में बुरी तरह पिटाई की थी। बाद में इसकी वजह से 22 जून को तबरेज की अस्पताल में मौत हो गई थी।
पुलिस के मुताबिक महात्मा गांधी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज, जमशेदपुर के विशेषज्ञों की राय मिलने के बाद सभी आरोपियों के खिलाफ फिर से आरोप पत्र में 302 लगाने का फैसाल किया गया है। डॉक्टरों की रिपोर्ट में यह कहा गया है कि तबरेज को हार्ट अटैक उसे हड्डियों में लगी चोट और हृदय में खून एकत्रित होने के कारण आया था।
तबरेज अंसारी के पोस्टमार्टम टीम के हिस्से रहे डॉक्टर के मुताबिक पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में इस बात का साफ तौर पर खुलासा किया गया था कि तबरेज अंसारी के सिर में गंभीर चोटें आईं थी। डॉक्टर ने कहा है कि सिर पर लगी चोट काफी गंभीर थी। जो कि एक प्रकार का फ्रैक्चर था। डॉक्टर ने बताया कि सिर की निचली सतह पर आर्कोनॉयड हेमरेज और खून का थक्का भी पाया गया था। डॉक्टर ने कहा है कि कार्डियक अरेस्ट सिर में चोट लगने की वजह से आई थी।
तबरेज अंसारी की पिटाई वाले वीडियो की पुष्टी पर पूरा मामला टिका हुआ है। पुलिस का कहना है कि वायरल वीडियो की पुष्टि की जा रही है। हालांकि पुलिस ने फिलहाल वायरल वीडियो को लेकर कुछ बयान नहीं दिया है।
तबरेज अंसारी की पत्नी ने दी सुसाइड की धमकी
तबरेज अंसारी की पत्नी शाइस्ता परवीन ने मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि उन्हें जिला पुलिस की जांच पर भरोसा नहीं है। तबरेज की पत्नी ने सभी आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा-302 के तहत मामला बहाल करने की मांग की। जिसके बाद शाइस्ता परवीन ने आत्महत्या की भी धमकी दी थी।
तबरेज अंसारी मॉब लिंचिंग का पूरा मामला क्या है?
17 जून 2019 की रात तबरेज और दो अन्य लोगों पर एक गांव में एक मकान में चोरी के इरादे से घुसने का आरोप लगाया गया। इसके बाद, मकान में रहने वाले लोगों ने शोर मचाया और ग्रामीणों ने तबरेज को पकड़ लिया तथा उसकी पिटाई की। घटना की सुबह पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों की शिकायत पर तबरेज को जेल ले गई। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि लेकिन चोटों के चलते उसकी तबियत बिगड़ने पर उसी दिन उसे सदर अस्पताल ले जाया गया। बाद में उसे जमशेदपुर के टाटा मेन हॉस्पिटल ले जाया गया। जहां उसे 22 जून को मृत घोषित कर दिया गया। घटना की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया और कर्तव्य में लापरवाही बरतने को लेकर दो पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया था।