यौन उत्पीड़न के आरोप लगने के बाद पहली बार बोले स्वामी चिन्मयानंद, जो भी कहूंगा, एसआईटी के सामने बोलूंगा
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: September 14, 2019 15:56 IST2019-09-04T14:27:54+5:302019-09-14T15:56:02+5:30
पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद आठ साल बाद फिर विवादों में फंस गए हैं। पहले उनकी शिष्या ने दुष्कर्म का आरोप लगाकर मुकदमा दर्ज कराया था। इस बार उनके कॉलेज की छात्रा ने गंभीर आरोप लगाए। छात्रा ने वीडियो जारी कर आरोप लगाया है कि चिन्मयानंद ने उसका यौन उत्पीड़न किया है। वीडियो 24 अगस्त को सोशल मीडिया पर आया था।

यौन उत्पीड़न के आरोप लगने के बाद पहली बार बोले स्वामी चिन्मयानंद, जो भी कहूंगा, एसआईटी के सामने बोलूंगा
पूर्व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री स्वामी चिन्मयानंद शाहजहांपुर में एक विधि छात्रा द्वारा लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों के बाद पहली बार प्रेस के सामने आए। खुद पर आरोप लगने के बाद पहली बार प्रेस से मुखातिब हुए चिन्मयानंद ने कहा कि मामला उच्चतम न्यायालय में विचाराधीन है और इसकी जांच के लिये विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन हो चुका है। उन्होंने कहा कि उन्हें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है और उनको जो भी कहना है वह एसआईटी के सामने ही कहेंगे। उन्होंने कहा कि वह मीडिया के सामने अपनी बात रख कर एसआईटी द्वारा की जा रही सुनवाई में व्यवधान पैदा करना नहीं चाहते।
मुझे साजिश के तहत फंसाया जा रहा है: चिन्मयानंद
पूर्व गृह राज्यमंत्री ने इस प्रकरण के पीछे साजिश का आरोप लगाते हुए कहा कि जब वह स्वामी शुकदेवानंद विधि महाविद्यालय में एलएलएम की कक्षाएं शुरू कराने का प्रयास कर रहे थे तब भी कॉलेज के कुछ लोगों ने हंगामा किया था। उन्होंने कहा कि आज जब वह विश्वविद्यालय बना रहे हैं और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर उन्हें इस बारे में प्रस्ताव देना था, तभी इसे बाधित करने के लिए यह मामला उछाल दिया गया। चिन्मयानंद ने कहा ''मैं समझ नहीं पा रहा हूं कि वह कौन लोग हैं जो जिले के विकास में रोड़ा डाल रहे हैं। आखिर उनकी मंशा क्या है?''
चिन्मयानंद के वकील ने यौन उत्पीड़न के आरोपों पर क्या कहा?
दूसरी ओर, स्वामी चिन्मयानंद के अधिवक्ता ओम सिंह ने संवाददाताओं को बताया कि कालेज प्रबंध समिति और कालेज प्रशासन की ओर से तीन अधिवक्ताओं की एक टीम बनाई गई है जो इस मामले की जांच करेगी और पूरी रिपोर्ट प्रबंध समिति को सौंपेगी।
किसने लगाया चिन्मयानंद पर यौन उत्पीड़न का आरोप
स्वामी शुकदेवानंद विधि महाविद्यालय में एलएलएम की एक छात्रा ने गत 24 अगस्त को फेसबुक पर एक वीडियो अपलोड किया था। उसमें उसने 'एक सन्यासी' द्वारा कई लड़कियों की जिंदगी बर्बाद किये जाने का आरोप लगाते हुए खुद को तथा अपने परिवार को जान का खतरा बताया गया था। इसके बाद से वह लापता हो गई थी। छात्रा के पिता की तहरीर पर शहर कोतवाली में चिन्मयानंद के विरुद्ध लड़की का अपहरण करने एवं जान से मारने की धमकी देने का मुकदमा दर्ज करा दिया था। बाद में यह मामला उच्चतम न्यायालय पहुंच गया था, जिसके निर्देश पर प्रकरण की जांच के लिये एसआईटी गठित की गयी है। लड़की को हाल ही में राजस्थान में बरामद किया गया था।
चिन्मयानंद पर यौन उत्पीड़न के लगे आरोपों के लिए एसआईटी गठित की गई है
स्वामी चिन्मयानंद प्रकरण में आरोपों की जांच एवं दर्ज अभियोगों की निष्पक्ष विवेचना के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने मंगलवार को विशेष जांच टीम एसआईटी का गठन कर दिया। गृह विभाग के एक प्रवक्ता ने बताया कि उत्तर प्रदेश में शाहजहाँपुर जिले के सुखदेवा नन्द विधि महाविद्यालय में अध्ययनरत विधि छात्रा एवं उसके भाई द्वारा प्रबंधन तंत्र पर लगाये गये आरोपों को देखते हुए उनकी जांच और निष्पक्ष विवेचना के लिए विशेष जांच टीम एसआईटी का गठन कर दिया गया है।