पटना:बिहार में डीजीपी का पद संभालने के बाद आर.एस भट्टी ने पुलिस अधिकारियों से अपराधियों को दौडाने का आदेश दिया था। वहीं दूसरी ओर उनकी नाक के नीचे राजधानी पटना में वर्चस्व की लड़ाई में ताबड़तोड़ फायरिग और आगजनी की घटना हो रही है। इस दौरान पुलिस सिर्फ तमाशमीन बनी रही। आक्रोशित भीड़ ने पुलिस पर भी पथराव कर खदेड़ने की कोशिश की। राजधानी पटना से सटे इलाके फतुहा के जेठुली गांव में उठा विवाद विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है। गोली कांड में अब तीसरी मौत भी हो गई है।
गोली लगने के बाद पीएमसीएच में अपना इलाज करा रहे मुनारिक राय ने आज दोपहर दम तोड़ दिया है। वहीं दो लोगों की हालत अब भी गंभीर बनी हुई है। दो लोगों की मौत के बाद अब सोमवार सुबह एक बार फिर से आगजनी हुई। सुबह-सुबह मुख्य आरोपी बच्चा राय के भाई उमेश राय के घर, सिगरेट गोदाम और मैरिज हॉल में पीड़ित गुट ने आग लगा दी। वहीं इस घटना को कबरेज करने गए मीडियाकर्मियों को भी पुलिस के सामने पिटाई की गई और उसका कैमरा भी तोड़ डाला गया। अब इस मामले को लेकर इलाके में तनाव है।
वहीं मौके पर पुलिस फोर्स तैनात किया गया है। बताया जा रहा है आक्रोशित ग्रामीणों ने हत्या में शामिल आरोपियों के गैस गोदाम में रखे हुए सारे सिलेंडर को गंगा नदी में बहा दिया है। साथ ही आरोपियों के घर के पीछे बने सिगरेट फैक्ट्री को भी आग के हवाले कर दिया गया है। फिलहाल, पुलिस और प्रशासन की टीम स्थिति पर काबू नहीं कर पा रही है। बता दें कि जेठूली के पूर्व पंचायत प्रतिनिधि टुनटुन यादव और सतीश राय के बीच पार्किंग को लेकर विवाद शुरू हुआ था।
हलांकि इन दोनो के बीच काफी पहले से चल रहा है। जमीनी और आपसी वर्चस्व को लेकर पहले भी ये दोनो आमने सामने आ चुके थे। यही वजह से है पार्किग विवाद के बाद सतीश राय और उनके समर्थकों ने लगातार 50 राउंड से ज्यादा फायरिंग की जिसमें टुनटुन यादव के पांच समर्थकों को गोली लगी और उसमें से तीन की मौत हो गई है और बाकी का इलाज अस्पताल में चल रहा है।