सीतामढ़ी में रेड लाइट एरिया में छापा, छह नाबालिग बच्चियों को बचाया, 16 महिलाएं और आठ पुरुष अरेस्ट
By एस पी सिन्हा | Published: July 30, 2021 05:39 PM2021-07-30T17:39:04+5:302021-07-30T17:40:20+5:30
दिल्ली के एनजीओ ने एसपी को जानकारी दी थी कि हाल में पांच लड़कियों की खरीद-फरोख्त कर दलालों के रेडलाइट एरिया में लाया गया है. इसमें कई नाबालिग हैं.
पटनाः बिहार के सीतामढ़ी में स्थित रेडलाइट एरिया में पुलिस ने छापामारी कर छह नाबालिग बच्चियों को बचाया है. इसमें पुलिस ने दलाल समेत 18 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है, जिसमें 16 महिलाएं और आठ पुरुष शामिल हैं.
इन सभी के खिलाफ सीतामढ़ी के नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है. इस छापेमारी में दिल्ली के एक एनजीओ से मिली जानकारी के आधार पर छापेमारी की गई थी. इस मामले में पुलिस अभी कुछ भी बोलने से परहेज कर रही है. सूत्रों की मानें तो हिरासत में ली गई 16 महिलाओं और लड़कियों में आधा से ज्यादा खरीद-फरोख्त कर गलत धंधा में ढकेली गई थी.
बड़ी संख्या में महिला दलाल भी पकड़ी गई हैं. हिरासत में लिए गए आठ पुरुषों में चार ग्राहक व चार दलाल हैं. पुलिस का मानना है कि हिरासत में लिए गए पुरुष व महिला दलालों से पूछताछ करने पर दूसरे जिलों से भी पीड़ित युवती की बरामदगी हो सकती है. मुक्त कराई गई लड़कियां बिहार, झारखंड, यूपी व पश्चिम बंगाल की हैं. इन्हें बहलाकर लाने के बाद बंधक बनाकर रखा गया था.
बताया जाता है कि दिल्ली के एनजीओ ने एसपी को जानकारी दी थी कि हाल में पांच लड़कियों की खरीद-फरोख्त कर दलालों के रेडलाइट एरिया में लाया गया है. इसमें कई नाबालिग हैं. ग्राहक के मध्यम से भी जिला प्रशासन तक अवाज पहुंचाने का प्रयास किया था. परिजन उनकी खोज में भटक रहे थे. सूत्रों ने बताया कि इस ऑपरेशन में नगर थाना पुलिस को अलग रखा गया.
पुलिस ने रेडलाइट एरिया व उसके आसपास के इलाके को घेर लिया था. कमर भर पानी में दौड़ाकर दलालों को पकड़ा. पुलिस गाड़ी में बैठी एक युवती ने डरते हुए कहा कि के धंधे में थोड़ा भी आनाकानी करने पर गरम रॉड से बदन पर दागा जाता था. कई दिनों तक खाना नहीं मिलता. गलत काम के लिए इंजेक्शन दिया जाता था.
भागने का प्रयास करने पर मकान में बने तहखाने में बंद कर यातनाएं दी जाती थीं. ट्रेन या बस से लाने के दौरान नई लड़कियों को अक्सर रात में आंखों में पट्टी बांधकर दलालों द्वारा स्टेशन से यहां पहुंचाया जाता था. पुलिस पकडे़ गए लोगों से पूछताछ कर रही है. नाबालिग लड़कियों को मेडिकल जांच के लिए भेजा गया है. इसके बाद उन्हें न्यायालय में पेश किया जाएगा.
छापामार दस्ते के सदस्यों के मुताबिक उन्हें सीतामढ़ी रेड लाइट एरिया के कई सील घरों में देह व्यापार चलता मिला. दलालों ने सील गिए गए कई घरों के पीछे की दीवार तोडकर वहां दरवाजा लगा दिया था. उसी दरवाजे से लडकियों और ग्राहकों को अंदर भेजा जाता था. जिन घरों से नाबालिगों को मुक्त कराया गया है, उसके गृहस्वामियों और बिचौलिये के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज होगी.
मुक्त नाबालिगों के बयान लिए जा रहे हैं. लड़कियों को छिपाकर रखे जाने की सूचना पर छापेमारी की गई. सदर डीएसपी ने बताया कि छापेमारी के दौरान पुलिस टीम को आते देख कई दलाल भाग निकले. उल्लेखनीय है कि नवंबर, 2018 के बाद यह तीसरी बड़ी कार्रवाई की गई है. अक्टूबर 2019 में पुलिस की छापेमारी में भागने के दौरान एक शख्स ने पानी में छलांग लगा दी थी. उसकी डूबने से मौत हो गई थी.