Shivpuri Kidnapping: मध्य प्रदेश के शिवपुरी की रहने वाली काव्या धाकड़ ने खुद के अपहरण की झूठी कहानी रची है। उसके पिता की गुहार पर और खबर के सामने आने की बात पर खुद केंद्रीय उड्यन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने फोन राजस्थान सीएम को घुमाया। इसके बाद दो राज्यों की पुलिस ने नाकों तले चने चबाते हुए उसे ढूढ़ने का भरसक प्रयास किया। लेकिन, जब वो मिली तो वहां कुछ और ही बात सामने देखने को मिली।
हुआ ये कि लड़की ने खुद के अपहरण की स्क्रिप्ट लिखी दी। इसके बाद वो कोटा से इंदौर भागकर पहुंची, फिर गल्र्स हॉस्टल में एक दिन के लिए 300 रुपए में कमरा भी लिया। इसके बाद दोस्त के रूम में गई और वहां किचन में किडनैपिंग की फोटोशूट करवाया। इसके बाद जयपुर पहुंचकर एक सिम कार्ड भी खरीदा। फिर वहीं से अपने पिता को किडनैपिंग वाली तस्वीर भेजकर 30 लाख रुपए की फिरौती की मांग रखी। फिरौती की रकम नहीं आने पर उसने अपना नंबर बंद कर लिया।
कोटा पुलिस सतीश चौधरी ने टाइम्स.कॉम से बात करते हुए बताया कि लड़की कोटा में मात्र 3 दिन ही रही। फिर, वह इंदौर स्थित दोस्त के पास चली आई। उसने जिस हॉस्टल में रहकर किडनैपिंग की साजिश रची, वह अंबिकापुरी पिपलियापाला स्थित सिमरन गर्ल्स हॉस्टल के कमरे में सूट कराया गया, जिसमें छात्रा का हाथ और मुंह बंधा हुआ था। कोटा पुलिस की टीम अभी इंदौर में कैंप कर रही। सिमरन लड़कियों के हॉस्टल में पहुंचकर कोटा पुलिस की टीम सीसीटीवी वीडियो खंगाल रही। साथ ही पुलिस ने यह साफ कर दिया कि छात्रा किडनैप नहीं हुई, बल्की दोस्त के साथ मिलकर ये कहानी रची। हॉस्टल से निकलते वक्त सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया, जिसमें लड़की अपने दोस्तों के साथ पैदल जाती हुई दिखाई दी।
एसपी अमृता दुहन, कोटा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि कोई अपहरण नहीं हुआ है। यह घटना झूठी प्रतीत होती है और छात्रा इंदौर में रह रही है। छात्रा के साथ उसकी 2 दोस्त भी थे। उनकी पढ़ाई के लिए विदेश जाने की योजना थी जिसके लिए उन्हें पैसों की जरूरत थी और उन्होंने अपने माता-पिता से पैसो की मांग की।