नई दिल्ली, 5 जून: सुनंदा पुष्कर की आत्महत्या मामले में मंगलवार को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट के फैसले के बाद कांग्रेस नेता शशि थरूर ने एक पत्र जारी किया है। पत्र में उन्होंने लिखा है 'मुझ पर लगे सभी आरोप बेकार और बेबुनियाद हैं। उन्होंने आगे कहा 'मेरे खिलाफ ईर्ष्यापूर्ण और विरोधाभासी उद्देश्य से अभियान चलाया जा रहा है।'
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दिल्ली पुलिस की मानें तो शशि थरूर पर सुनंदा को आत्महत्या के लिए उकसाने तहत केस चलाने के पर्याप्त सबूत हैं। पुलिस ने कोर्ट में केस से जुड़े अहम सबूत और जानकारी के आधार कहा कि ये मामला आत्महत्या के लिए उकसाने और वैवाहिक जीवन में क्रूरता का है। पुलिस ने यह चार्जशीट करीब चार साल के बाद फाइल की है। वहीं, सुनंदा ने मौत से पहले शशि थरूर को 2 मेल लिखे जिसमें लिखा था, 'मैं मरना चाहती हूं। ऐसे में अब आज कोर्ट तय करेगा कि शशि थरूर के खिलाफ मामला चलेगा या नहीं।
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जानें क्या है मामलासुनंदा पुष्कर 17 जनवरी 2014 को दिल्ली के एक लग्जरी होटल के कमरे में मृत पाई गई थीं। इस घटना से कुछ दिन पहले उनकी पाकिस्तानी जर्नलिस्ट मेहर तरार के साथ टि्वटर पर तीखी बहस भी हुई थी। इस बहस की कथित वजह शशि थरूर और मेहर तरार के बीच नजदीकियां बताई गईं।
थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर मौत अब भी एक बड़ा रहस्य बनी हुई है। सीबीआई की सीएफएसएल की रिपोर्ट के मुताबिक, सुनंदा की मौत सिगरेट में जहर देने से नहीं हुई थी। सीबीआई ने एम्स के डॉक्टरों संग होटल लीलावती के कमरा नम्बर 345 से सिगरेट, पानी की बोतल और दीवार पर लगे कथित खून के धब्बे उठाए थे। जनवरी 2014 में सुनंदा पुष्कर की संदिग्ध परिस्थितियों में होटल के कमरे में मौत हो गई थी।