समाजवादी पार्टी के नेता अज़ाम खान ने बुलंदशहर में हुई हिंसा को लेकर कई सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा 'अगर एसआईटी जांच करेगी तो उसे पता लगाना चाहिए कि आखिर इस गोश्त को यहां लाया कौन था? क्योंकि यहां दूर-दूर तक खास समुदाय की आबादी नहीं है। '
उन्होंने आगे कहा 'ऐसा कहा जा रहा है कि मृतक इंस्पेक्टर अखलाक मर्डर केस में आईओ थे। इसलिए अब एसआईटी की जिम्मेदारी और बढ़ जाती है। एसआईटी की जिम्मेदारी का जो वीडियो वायरल हुआ है जो जुमले इस्तेमाल हुए हैं और जिन्होंने आईओ और इंस्पेक्टर की शिनाख्त की है उनसे पूछताछ होनी चाहिए।
इसके साथ ही आज़म खान ने एसआईटी पर भी सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा 'एसआईटी जो पुलिस ऑफिसर सीबीआई में भी होते हैं। इस जांच एजेंसी का हश्र किसी से छिपा नहीं है। ये कैसे दें कि एसआईटी की जांच निष्पक्ष होगी। जब सीबीआई ही निष्पक्ष नहीं है तो क्या ख सकते हैं।
बता दें कि उत्तर प्रदेश के मेरठ मंडल से जुड़े बुलंदशहर जनपद में सोमवार को कथित तौर पर गोकशी के बाद मचे बवाल में गुस्साई भीड़ ने स्याना थाने के इंस्पेक्टर की पत्थर या किसी भारी वस्तु मार कर हत्या कर दी। वहीं गोली लगने से एक युवक की मौत हुई है। सीएम योगी आदित्य नाथ ने इस मामले पर जांच के आदेश दे दिए हैं।
प्रदेश सरकार ने इस मामले की जांच एडीजी इंटेलीजेंस को सौंपी है जो 48 घंटे के अंदर रिपोर्ट देंगे इसके साथ ही मेरठ रेंज के महानिरीक्षक की अध्यक्षता में एक एसआईटी का भी गठन किया है। मेरठ जोन के एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया कि मंगलवार को 2 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इसके साथ ही 400 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया है।