राजा रघुवंशी हत्याकांड में बड़ा खुलासा: ग्वालियर से पकड़ा गया लोकेंद्र तोमर, 5 लाख और पिस्टल गायब कराने का आरोप
By मुकेश मिश्रा | Updated: June 23, 2025 17:40 IST2025-06-23T17:40:55+5:302025-06-23T17:40:55+5:30
लोकेंद्र पर आरोप है कि उसने न सिर्फ मुख्य आरोपी सोनम रघुवंशी को हत्या के बाद इंदौर के हीराबाग इलाके में फ्लैट दिलवाया, बल्कि हत्या से जुड़े अहम सबूत—पांच लाख रुपये और पिस्टल से भरा काला बैग—गायब कराने और जलवाने की पूरी साजिश रची।

राजा रघुवंशी हत्याकांड में बड़ा खुलासा: ग्वालियर से पकड़ा गया लोकेंद्र तोमर, 5 लाख और पिस्टल गायब कराने का आरोप
इंदौर: राजा रघुवंशी हत्याकांड में सोमवार को ग्वालियर से पकड़े गए लोकेंद्र तोमर ने पूरे मामले को नया मोड़ दे दिया है। इंदौर पुलिस की टीम ने लोकेंद्र को हिरासत में लिया, जो अब तक इस चर्चित हत्याकांड का आठवां और सबसे अहम आरोपी माना जा रहा है। लोकेंद्र पर आरोप है कि उसने न सिर्फ मुख्य आरोपी सोनम रघुवंशी को हत्या के बाद इंदौर के हीराबाग इलाके में फ्लैट दिलवाया, बल्कि हत्या से जुड़े अहम सबूत—पांच लाख रुपये और पिस्टल से भरा काला बैग—गायब कराने और जलवाने की पूरी साजिश रची।
जांच में सामने आया है कि लोकेंद्र ग्वालियर का ठेकेदार है और उसी बिल्डिंग का पार्टनर भी है, जिसमें सोनम ने हत्या के बाद शरण ली थी। उसने प्रॉपर्टी डीलर सिलोम जेम्स के साथ मिलकर वह फ्लैट किराए पर लिया था, जहां सोनम छिपी थी। पुलिस की पूछताछ में सिलोम ने खुलासा किया कि लोकेंद्र ने ही उस पर दबाव बनाया था कि फ्लैट से सोनम का काला बैग हटाकर जला दिया जाए, ताकि सबूत मिटाए जा सकें।
सिलोम ने बताया कि लोकेंद्र ने बैग से नकदी और पिस्टल निकाल ली थी, और फिर गार्ड बलवीर अहिरवार की मदद से बैग को जला दिया गया। पुलिस ने एमआर-3 क्षेत्र से बैग के जले हुए अवशेष भी बरामद कर लिए हैं, लेकिन पांच लाख रुपये और हथियार अब तक नहीं मिले हैं।
पुलिस को शक है कि हत्या के बाद सोनम और राज कुशवाहा ने जो बैग छिपाया था, वह अब भी लोकेंद्र के पास हो सकता है। इसी वजह से उसकी गिरफ्तारी को केस की गुत्थी सुलझाने के लिए बेहद अहम माना जा रहा है। अब तक इस हत्याकांड में सोनम रघुवंशी समेत सात लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी थी, लेकिन लोकेंद्र की गिरफ्तारी के बाद पुलिस को उम्मीद है कि हत्या की साजिश, पैसों के लेन-देन और सबूत नष्ट करने की पूरी कहानी सामने आ सकेगी।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, सोनम ने हत्या से पहले राज कुशवाहा के साथ मिलकर एक कंपनी बनाई थी, जिसके खाते से लाखों रुपये निकाले गए और हत्या की प्लानिंग में इस्तेमाल हुए। अब लोकेंद्र की गिरफ्तारी के बाद इंदौर पुलिस उसे मेघालय पुलिस को सौंपेगी, ताकि आगे की पूछताछ और जांच में तेजी लाई जा सके।
लोकेंद्र तोमर की गिरफ्तारी से राजा रघुवंशी हत्याकांड में कई नई परतें खुलने की उम्मीद है। उसकी भूमिका सिर्फ सोनम को छिपाने तक सीमित नहीं रही, बल्कि सबूत नष्ट करने और हत्या के बाद की साजिश में भी थी। पुलिस की नजर अब उसके पास मौजूद नकदी, हथियार और अन्य सबूतों की बरामदगी पर है।