पटना, 08 अगस्त:बिहार के मुजफ्फरपुर स्थित बालिका गृहकांड के खुलासे के बाद सूबे के अन्य बालगृहों में होने वाले काले धंधे धीरे-धीरे सामने आने लगे हैं। अब तक बालिका गृह के लड़कियों के साथ जबरन यौनाचार के मामले सामने आये थे। लेकिन, बेगूसराय में संचालित होने वाले बालिका गृह में मानव अंग तस्करी का रैकेट चलने की बात सामने आ रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, बेगूसराय बालिका गृह से अपने घर मोतिहारी लौटी 10 साल मासूम लड़की और उसके परिजनों का कहना है कि वह खोकर समस्तीपुर पहुंच गई थी। जहां से पुलिस ने उसे बेगूसराय के बालिका गृह में भेज दिया। लड़की ने अपने जिला, गांव और पिता के बारे में बताया। लेकिन, उसके पिता के नंबर पर सम्पर्क नहीं हो सका।
इसी दौरान लड़की के पेट में दर्द हुआ। जिसके बाद उसका इलाज बेगूसराय में कराया गया, फिर वहां से उसे पटना के एक हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। पटना में ही उसके पेट का एक बड़ा ऑपरेशन हुआ। लेकिन, ऑपरेशन किस काम के लिए किया गया, यह किसी ने बताया नही। लड़की को पटना में आठ दिन रखने के बाद उसे बेगूसराय लाया गया। फिर उसे मोतिहारी बालिका गृह में भेज दिया गया।
जहां से जानकारी मिलने के बाद लड़की के पिता एक सप्ताह पहले उसे घर लाये। पिता की नजर लड़की के पेट पर हुए एक बड़े ऑपरेशन के निशान पर पड़ी। तब उसके पिता ने पुलिस में मामला दर्ज कराया। हालांकि, इस मामले में पुलिस का कहना है कि लड़की का मेडिकल जांच कराया जाएगा। इसके बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगा।
इधर, बालिका गृह से लौटी लड़की के साथ हुई इस घटना की जानकारी ग्रामीणों को मिली। तब से उनमें आक्रोश देखा जा रहा है। ग्रामीण इस मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों को सख्त सजा देने की मांग कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि जुलाई में बेगूसराय स्थित बालगृह से रात में खिड़की तोड़कर बच्चे फरार हो गए थे।