पायल तडवी सुसाइड केस: एक आरोपी महिला डॉक्टर गिरफ्तार, 2 फरार, महिला आयोग ने BYL हॉस्पिटल को दिए जांच के आदेश
By पल्लवी कुमारी | Published: May 28, 2019 06:48 PM2019-05-28T18:48:58+5:302019-05-28T18:48:58+5:30
बीवाईएल नायर अस्पताल में गायनेकोलॉजिस्ट सेकंड ईयर की रेजिडेंट डॉक्टर पायल सलमान तडवी ने अपने सीनियर डॉक्टरों की प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या की। 22 मई को अपने होस्टल के कमरे में थित तौर पर फांसी लगाकर पायल ताडवी ने आत्महत्या की थी।
मुंबई के बीवाईएल ( BYL)नायर अस्पताल में मेडिकल छात्रा पायल तडवी की आत्महत्या के मामले में अब महिला आयोग ने अस्पताल को नोटिस भेजा है। महिला आयोग ने BYLनायर हॉस्पिटल को जांच के आदेश दिए हैं। महिला आयोग ने आरोपियों के खिलाफ जल्द कार्रवाई करने की भी बात कही है। इससे पहले महाराष्ट्र महिला आयोग ने भी अस्पताल के डीन को नोटिस भेजा था। पायल तडवी ने तीन डॉक्टरों द्वारा प्रताड़ित किए जाने के चलते 22 मई को आत्महत्या कर ली थी।
पायल तडवी के आत्महत्या के मामले में मुंबई पुलिस ने एक आरोपी महिला डॉक्टर भक्ति मेहर को गिरफ्तार किया है। फिलहाल आरोपी आरोपी डॉक्टर हेमा आहूजा अंकिता खंडेलवाल 22 मई से लापता हैं।
National Commission for Women writes to BYL Nair hospital authorities demanding investigation and action in to the death of Dr Payal Tadvi who was subject to casteist slurs by her seniors @IndianExpresspic.twitter.com/9US7QbmiPY
— Shalini Nair (@ShaliniNair13) May 28, 2019
बीवाईएल नायर अस्पताल में गायनेकोलॉजिस्ट सेकंड ईयर की रेजिडेंट डॉक्टर पायल तडवी ने अपने सीनियर डॉक्टरों की प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या की। 22 मई को अपने होस्टल के कमरे में थित तौर पर फांसी लगाकर पायल ताडवी ने आत्महत्या की थी। उसके निधन के बाद डॉ. पायल की मां और परिवार के अन्य सदस्यों ने आरोप लगाया कि उसे तीन महिला वरिष्ठ डॉक्टरों द्वारा कथित तौर पर उसकी जाति और आदिवासी पृष्ठभूमि को लेकर मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा था।
Medical student Payal Tadvi suicide case: National Commission for Women writes to director of BYL Nair Hospital requesting for an investigation and apprise the commission of action taken in the case. pic.twitter.com/CQi9CTWk38
— ANI (@ANI) May 28, 2019
बीवाईएल नायर अस्पातल के डीन रमेश भरमाल ने कहा है, ‘हमने इस मामले की जांच के लिए एक एंटी रैगिंग समिति का गठन किया है। हमने तीनों आरोपी डॉक्टरों को नोटिस भेजकर प्रशासन के समक्ष पेश होने को भी कहा है। वे फिलहाल मुंबई में नहीं हैं। समिति जल्द ही अपनी रिपोर्ट पेश करेगी।’