'ऐसा नहीं है कि किसी ने उसकी हेल्प नहीं की, लोगों ने उसे ₹50-100 भी दिए', उज्जैन रेप कांड पर पुलिस का बयान
By रुस्तम राणा | Published: September 28, 2023 03:02 PM2023-09-28T15:02:16+5:302023-09-28T15:04:22+5:30
पुलिस अधिकारी ने कहा, जिन इलाकों से वह गुजरी, वहां के लोगों ने उसकी मदद की। कुछ ने उसे ₹ 50 दिए अन्य लोगों ने ₹100 दिए। रास्ते में उसने एक टोल बूथ पार किया। वहां के कर्मचारियों ने उसे पैसे और कुछ कपड़े दिए। कम से कम 7-8 लोगों ने मदद करने की कोशिश की।"
उज्जैन: मध्य प्रदेश के उज्जैन में एक नाबालिग लड़की के साथ की गई दरिंदगी से पूरा देश शर्मसार है। अर्ध नग्न अवस्था में और उसके घावों से खून बह रहा था, वह मदद मांगने के लिए दर दर भटकी, लेकिन कोई आगे नहीं आया। सीसीटी फुटेज इस बात की गवाही चीख-चीख कर दे रहा है। फुटेज में दिख रहा है कि जैसे ही पीड़िता एक व्यक्ति से मदद मांगने उसके पास गई, तो व्यक्ति उसे भगाने लगा।
हालांकि थकहारकर पीड़िता को एक आश्रम में मदद मिली, जहां एक पुजारी ने उसे कपड़े दिए और पुलिस को बुलाया। जब बीस मिनट बाद, पुलिस आई तो उसे अस्पताल ले गई। वास्तव में घायल किशोरी द्वारा मदद मांगने के दृश्य ने पूरे देश को झकझोर दिया।
मदद मांगने को लेकर अब उज्जैन के पुलिस प्रमुख सचिन शर्मा का बयान सामने आया है कि कैसे स्थानीय निवासियों ने 15 वर्षीय किशोर की "आर्थिक रूप से" मदद की। एनडीटीवी को पुलिस अधिकारी ने बताया कि, पीड़िता की मदद को लेकर लोगों की मिश्रित प्रतिक्रियाएं थीं।
पुलिस अधिकारी ने कहा, जिन इलाकों से वह गुजरी, वहां के लोगों ने उसकी मदद की। कुछ ने उसे ₹ 50 दिए अन्य लोगों ने ₹100 दिए। रास्ते में उसने एक टोल बूथ पार किया। वहां के कर्मचारियों ने उसे पैसे और कुछ कपड़े दिए। कम से कम 7-8 लोगों ने मदद करने की कोशिश की।"
वहीं उन दृश्यों के बारे में पूछे जाने पर जहां एक व्यक्ति किशोरी को भगाते हुए दिख रहा है, वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, "हमने वीडियो का पता लगाया और उस क्षेत्र के लोगों से पूछताछ की। जब हमने उसे पाया, तो उसके पास 120 रुपये थे जो इलाके के लोगों ने उसे दिए थे।"
जब एनडीटीवी ने दबाव डाला कि लड़की अर्धनग्न थी और खून बह रहा था, और उसे नकदी से अधिक चिकित्सा सहायता की आवश्यकता थी, तो अधिकारी ने जवाब दिया, "लोगों को आपत्ति हो सकती है। लेकिन आर्थिक रूप से, उन्होंने उसकी यथासंभव मदद करने की कोशिश की।"
अधिकारी ने यह भी कहा कि लड़की विशेष रूप से मदद नहीं मांग रही थी, बल्कि लोगों के पास आ रही थी और उन्हें बता रही थी कि कोई उसका पीछा कर रहा है। उन्होंने कहा, "हमने जो बयान दर्ज किए हैं, उनमें लोगों ने बताया है कि वह बार-बार कह रही थी, 'मैं खतरे में हूं, कोई मेरे पीछे है। इसलिए वह स्थिर नहीं थी, लोगों ने तदनुसार प्रतिक्रिया दी।"
बहरहाल, पुलिस अधिकारी ने इस बात की जानकारी दी कि नाबालिग पीड़िता की हालत अब स्थिर है। हालांकि उसे काफी गंभीर चोटें आई हैं। मामले में अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आरोपियों को तलाश रही है।