राष्ट्रीय खेल घोटाला: झारखंड के पूर्व खेल मंत्री बंधु तिर्की के आवास समेत 16 स्थानों पर छापे, विधानसभा की सदस्यता गंवा चुके कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष
By एस पी सिन्हा | Published: May 26, 2022 06:25 PM2022-05-26T18:25:50+5:302022-05-26T18:26:47+5:30
National Sports Scam: केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने रांची में 2011 में हुए 34वें राष्ट्रीय खेलों के लिए करोड़ों रुपये के खेल उपकरण की खरीद में कथित अनियमितताओं के संबंध में भाजपा की अगुवाई वाली तत्कालीन अर्जुन मुंडा सरकार में खेल मंत्री रहे बंधु टिर्की के आवास समेत 16 स्थानों पर बृहस्पतिवार को छापे मारे.
रांचीः राष्ट्रीय खेल घोटाला मामले में आज सीबीआई ने झारखंड के पूर्व खेलमंत्री बंधु तिर्की के साथ झारखंड कबड्डी एसोसिएशन सचिव विपिन कुमार सिंह के बोकारो आवास पर सुबह-सुबह छापेमारी की. आय से अधिक संपत्ति के मामले में सजा होने के बाद विधानसभा की सदस्यता गंवा चुके बंधु तिर्की फिलहाल दिल्ली में हैं.
उनकी सदस्यता खत्म होने के बाद मांडर विधानसभा सीट पर 23 जून को उपचुनाव की घोषणा भी हो चुकी है. तिर्की वर्तमान में झारखंड कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हैं. बंधु तिर्की के रांची स्थित आवास पर सीबीआई ने छापेमारी की है. यह छापेमारी 34वें राष्ट्रीय खेल घोटाले के सिलसिले में हो रही है.
वहीं, झारखंड कबड्डी एसोसिएशन के सचिव सह बोकारो ओलंपिक एसोसिएशन के अध्यक्ष विपिन कुमार सिंह के बिकारो स्थित आवास पर छापेमारी की. सीबीआई की छापेमारी सिर्फ बंधु तिर्की ही नहीं, बल्कि राष्ट्रीय खेल घोटाले में सभी आरोपितों के पूरे देश में डेढ़ दर्जन लगभग 16 से अधिक ठिकानों पर छापा मारा गया.
अबतक जो जानकारी मिली है उसके अनुसार झारखंड में 12, पटना में दो और दिल्ली में दो ठिकानों पर सीबीआई का छापा पड़ा है. सीबीआई पटना की टीम ने मामले में दर्ज कांड संख्या 49/10 को अधिग्रहित किया है. उसने झारखंड पुलिस के एसीबी से भी घोटाले से संबंधित दस्तावेज मांगे हैं. पूर्व में मामले की जांच एसीबी कर रही थी.
एसीबी के पास भी आयोजन में गड़बड़ी किये जाने से संबंधित साक्ष्य की उपलब्धता बताई जाती है. पूरा घोटाला 28.34 करोड़ रुपये का है, इसमें ऊंची कीमत पर बिना टेंडर खेल सामग्री की खरीद सहित कई अन्य मामले शामिल हैं. वहीं दूसरा मामला मेगा स्पोर्ट्स कांप्लेक्स के निर्माण में अनियमितता का है, जिसका बजट 206 करोड़ से 424 करोड रुपये हो गया था.
रांची में हुए 34 वें राष्ट्रीय खेल में घोटाले की बात सामने आई थी. इसके बाद कार्रवाई करते हुए झारखंड के खेल मंत्री रहे बंधु तिर्की को 03 सितंबर 2019 को रांची के सिविल कोर्ट परिसर से गिरफ्तार किया गया था. यह गिरफ्तारी एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने की थी. राष्ट्रीय खेल घोटाला में यह तीसरी गिरफ्तारी है.
इसके पहले एसएम हाशमी और पीसी मिश्रा को इसी मामले में गिरफ्तार किया गया था. एसीबी ने बंधू तिर्की को अप्राथमिक अभियुक्त बनाया था. अभियुक्त बनाये जाने के बाद निचली अदालत से लेकर हाईकोर्ट की शरण ली थी, लेकिन बंधु तिर्की को दोनों ही न्यायालय निराशा हाथ लगी. पहले निचली अदालत ने उसके बाद हाईकोर्ट ने उनकी अग्रिम जमानत की याचिका को खारिज कर दिया था.
तत्कालीन खेल मंत्री बंधु तिर्की पर धनबाद में दो स्क्वैश कोर्ट के निर्माण में वित्तीय अनियमितता बरतने के आरोप हैं. स्क्वैश कोर्ट के निर्माण की जिम्मेदारी मुंबई की कंपनी जाइरेक्स इंटरप्राइजेज को दी गई थी. कंपनी ने 1,44,32,850 रुपये का एस्टीमेट दिया था.
आयोजन समिति के महासचिव एसएम हाशमी और तत्कालीन खेल निदेशक तथा सचिव की अनुशंसा के बाद इस प्रस्ताव की फाइल तत्कालीन विभागीय मंत्री (खेल मंत्री) बंधु तिर्की के पास भेजी गई थी. बंधु तिर्की ने नीतिगत निर्णय लेते हुए 20 अक्टूबर, 2008 को इसे अनुमोदित कर दिया. इसमें कंपनी को अग्रिम 50 लाख रुपये का भुगतान कर दिया गया, लेकिन बाद में बिना स्वीकृति के भुगतान के कारण वित्तीय अनियमितता की पुष्टि हुई.