भुनेश्वर: ओडिशा के स्वास्थ्य मंत्री नबा दास की हत्या करने वाले एएसआई गोपाल कृष्ण दास को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। झारसुगुड़ा के एसपी राहुल जैन ने सोमवार को दास को सस्पेंड किया है। पुलिस द्वारा एक बयान में कहा गया है, "बृजराजनगर पीएस के तहत गांधी चौक चौकी के एएसआई गोपाल कृष्ण दास को एसपी झारसुगुड़ा द्वारा भारत के संविधान के अनुच्छेद 311 के तहत निहित शक्ति का प्रयोग करते हुए 30 जनवरी 2023 को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है।"
साथ ही दास ने अपने जुर्म को कबूल कर लिया है। क्राइम ब्रांच के एडीजी अरुण बोथरा ने बताया कि आरोपी (गोपाल दास) ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। फॉरेंसिक और साइबर एक्सपर्ट को जांच के लिए बुलाया गया है। उन्होंने कहा कि हम कोशिश करेंगे कि आरोपियों को ज्यादा से ज्यादा सजा मिले।
एएसआई ने ओडिशा के स्वास्थ्य मंत्री नबा किशोर दास पर बेहद करीब से गोली चलाई थी। गोली उनके सीने पर लगी और डॉक्टरों के तमाम कोशिशों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका। गहरी गोली लगने से अपोलो अस्पताल में इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। आईआईसी, ब्रजराजनगर थाने ने गोपाल के खिलाफ मामला दर्ज किया है। उसके खिलाफ आईपीसी की धारा 302 के तहत मामला दर्ज किया गया है। वहीं मंत्री की जघन्य हत्या की जांच की जिम्मेदारी क्राइम ब्रांच को सौंपी गई है।
क्राइम ब्रांच की सात सदस्यीय टीम अब मामले की जांच कर रही है। फायरिंग की घटना के तुरंत बाद आरोपी एएसआई की पत्नी ने दावा किया कि उसका पति पिछले सात-आठ साल से किसी मानसिक बीमारी से पीड़ित है। एएसआई की पत्नी जयंती दास ने कहा, “वह दवाएं ले रहा था और एक सामान्य व्यक्ति की तरह व्यवहार कर रहा था। उन्होंने कभी किसी को नुकसान नहीं पहुंचाया। वह चार या पांच महीने पहले गंजम जिले में अपने पैतृक गांव गया था। ”
गौरतलब है कि रविवार को ब्रजराजनगर में एक कार्यक्रम के दौरान एएसआई ने स्वास्थ्य मंत्री पर फायरिंग कर दी थी। मंत्री को भुवनेश्वर ले जाया गया और गंभीर हालत में एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया।