लाइव न्यूज़ :

मुजफ्फरपुर कांडः पुलिस की रिपोर्ट में हुआ खुलासा, यौन शोषण की शिकार बच्चियों का कराया जाता था गर्भपात

By एस पी सिन्हा | Updated: January 30, 2019 18:01 IST

रिपोर्ट के अनुसार, महिला डॉक्टर के साथ एक 'आसमानी' नामक डॉक्टर भी आता था. उसकी लड़कियों ने जमकर पिटाई कर दी थी. इसे लेकर कुछ बच्चियों की भी पिटाई भी हुई थी. बाद में उनका इलाज कराया गया था. इसके साथ हीं इसमें कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आये हैं. 

Open in App

बिहार के मुजफ्फरपुर स्थित बालिका अल्पवास गृह कांड मामले में सीबीआई ने आरोपितों के वकीलों को करीब 650 पन्नों का पुलिस पेपर सौंपा है. पुलिस पेपर के मुताबिक, पीड़िता संख्या चार ने सीआरपीसी के तहत दर्ज बयान में बताया है कि यौन शोषण की शिकार बच्चियों का बालिका गृह में गर्भपात भी कराया जाता था. इसके लिए यहां आने वाली महिला डॉक्टर दवा देती थी. 

रिपोर्ट के अनुसार, महिला डॉक्टर के साथ एक 'आसमानी' नामक डॉक्टर भी आता था. उसकी लड़कियों ने जमकर पिटाई कर दी थी. इसे लेकर कुछ बच्चियों की भी पिटाई भी हुई थी. बाद में उनका इलाज कराया गया था. इसके साथ हीं इसमें कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आये हैं. 

इसमें दर्ज बयान के अनुसार, बच्चियों ने ब्रजेश, रवि रौशन, विकास व दिलीप वर्मा पर यौन शोषण का आरोप लगाया है. बालिका गृह में बच्चियों पर होने वाले जुल्म की भी चर्चा है. पुलिस पेपर में आरोप है कि बालिका गृह में ब्रजेश ठाकुर ने दो बच्चियों की हत्या की, जबकि दो लड़कियों से एक अन्य बच्ची की गला दबाकर हत्या कराई. उसने यौन उत्पीड़न की शिकार बच्चियों का गर्भपात भी कराया था. 

सीआरपीसी के तहत हुए बयान में पीड़िता छह ने बताया है कि बालिका गृह में कई बच्चियों की हत्याएं हो चुकी हैं. इसमें ब्रजेश की धमकी से डरी दो लड़कियों ने एक बच्ची की गला दबाकर हत्या कर दी. इसके बाद ब्रजेश का चालक विजय लाश को बोरे में रखकर कहीं फेंक दिया. उसे घसीटकर ले जाते हुए उसने देखा था. पीड़िता छह ने यह भी बताया है कि मेंटल लड़कियों के रहने वाले कमरे में दो बच्चियों का मर्डर हुआ था.

वहीं, पीड़िता दो के बयान पर पुलिस ने बालिका गृह परिसर में शव होने की आशंका पर जमीन की खुदाई कराई थी, लेकिन उस वक्त वहां से कुछ नहीं मिला था. बच्ची ने आशंका जताई थी कि हो सकता है कि कुछ दिन बाद ब्रजेश और उनके कर्मचारियों ने शव को वहां से हटा दिया होगा. परिसर में शव गाड़े जाने की बात कई बच्चियों ने अपने बयान में कही है. 

पुलिस पेपर के मुताबिक, साहू रोड स्थित बालिका गृह में रहने वाली बच्चियों के साथ गलत करने के लिए मोटी राशि वसूली जाती थी. यह राशि मीनू नामक कर्मचारी वसूलती थी. वह बालिका गृह के अंदर कमरा भी उपलब्ध कराती थी. पीड़िता ने बताया है कि बालिका गृह में अक्सर सफेद कार से तीन लोग आते थे, जो बच्चियों के साथ गलत काम कर लौट जाते थे. अक्सर कुछ लड़कियों को समीप के होटल में भी ले जाया जाता था.

टॅग्स :मुजफ्फरपुर बालिका गृह बलात्कार मामलाबिहाररेपसीबीआई
Open in App

संबंधित खबरें

भारतजीवन रक्षक प्रणाली पर ‘इंडिया’ गठबंधन?, उमर अब्दुल्ला बोले-‘आईसीयू’ में जाने का खतरा, भाजपा की 24 घंटे चलने वाली चुनावी मशीन से मुकाबला करने में फेल

क्राइम अलर्टप्रेम करती हो तो चलो शादी कर ले, प्रस्ताव रखा तो किया इनकार, प्रेमी कृष्णा ने प्रेमिका सोनू को उड़ाया, बिहार के भोजपुर से अरेस्ट

भारतजमीनी कार्यकर्ताओं को सम्मानित, सीएम नीतीश कुमार ने सदस्यता अभियान की शुरुआत की

क्रिकेटवैभव सूर्यवंशी की टीम बिहार को हैदराबाद ने 7 विकेट से हराया, कप्तान सुयश प्रभुदेसाई ने खेली 28 गेंदों में 51 रन की पारी, जम्मू-कश्मीर को 7 विकेट से करारी शिकस्त

भारत‘सिटीजन सर्विस पोर्टल’ की शुरुआत, आम जनता को घर बैठे डिजिटल सुविधाएं, समय, ऊर्जा और धन की बचत

क्राइम अलर्ट अधिक खबरें

क्राइम अलर्ट4 महिला सहित 9 अरेस्ट, घर में सेक्स रैकेट, 24400 की नकदी, आपतिजनक सामग्री ओर तीन मोटर साइकिल बरामद

क्राइम अलर्ट20 साल की नर्सिंग छात्रा की गला रेतकर हत्या, पिता ने कहा-महेंद्रगढ़ के उपेंद्र कुमार ने बेटी का अपहरण कर किया दुष्कर्म और लाडो को मार डाला

क्राइम अलर्टNanded Honor Killing: प्रेम संबंध के चलते दलित युवक की हत्या के आरोप में 1 और आरोपी गिरफ्तार, पीड़ित परिवार को दी गई सुरक्षा

क्राइम अलर्टDelhi: जाफराबाद में सड़क पर झड़प, गोलीबारी के बाद 3 गिरफ्तार

क्राइम अलर्टThane News: शौहर के तलाक न देने पर बेगम ने रची साजिश, भाई संग मिलकर किया कत्ल; गिरफ्तार